आष्टा 7 अगस्त (नि.प्र.)। 1952 में बनी आष्टा के सिविल अस्पताल का भवन अब अपनी उम्र से बुजुर्ग हो चुका है। समय-समय पर कभी छत के तो कभी दीवार का प्लास्ट गिरता रहा है। आज आष्टा सिविल अस्पताल के बरामदे की छत का जहाँ मरीजों का दवा वितरित की जाती है इंजेक्शन लगाये जाते हैं एवं यहाँ कई मरीज उपस्थित रहते हैं।
इस स्थान की छत का प्लास्टर भरभराकर गिर गया और डयूटी पर तैनात नर्स श्रीमति वीणा पुरोहित के सिर फोड़ दिया। नर्स के सिर के साथ हाथ में भी चोंटे आई। बीएमओ श्री रामचन्द्र गुप्ता ने बताया कि भवन पुराना है प्लास्टर गिर गया था सूचना एसडीएम को कर दी थी नर्स के सिर में उससे चोंट आई है तथा तत्काल सुधार कार्य शुरु कर दिया है।
स्मरण इसके पूर्व एक्स-रे कक्ष की भी छत के पोपड़े गिरे थे। पूरे भवन का एक बार नये सिरे से प्लास्टर होना चाहिये नहीं तो कभी किसी पर पुरानी हो चुकी छत गिर गई तो जन-धन की हानि हो सकती है।