आष्टा 7 अगस्त (नि.प्र.)। आष्टा तहसील के ग्राम कोठरी जो की आष्टा विधायक का गृह ग्राम है यहाँ के ग्रामीण अनेकों समस्याओं से जूझ रहे हैं लेकिन यहाँ पर कोई देखने सुनने वाला नहीं है जब इस ग्राम के यह हाल हैं तो तहसील के अन्य ग्रामों के क्या हाल होंगे।
ग्रामीण क्षेत्र के नेता पूर्व जनपद सदस्य अशोक जैन ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि कोठरी को नगर पंचायत का दर्जा देंगे। 2 साल बाद भी उक्त घोषणा आज भी पूरी होने का इंतजार कर रही है ग्राम में साफ-सफाई के हाल बेहाल हैं। मच्छरों से ग्राम परेशान है नालियों की सफाई होती नहीं है ग्राम की नल जल योजना शोपीस बनी हुई है। इन्दौर-भोपाल रोड पर एक प्राथमिक शाला है जो फोरलेन में टूटने वाली है इस विद्यालय में केवल 60 छात्र हैं इनको पढ़ाने के लिये यहाँ 5 शिक्षक हैं जबकि कई शालाओं में शिक्षकों की कमी है। जैन ने सुझाव दिया है कि उक्त शाला को किसी अन्य शाला में विलय कर दिया जाना चाहिये। गवाखेड़ा तालाब का मुख्यमंत्री ने भूमि पूजन किया। जिसका कार्य आज तक शुरु नहीं हुआ। ग्राम की डाक व्यवस्था चरमराई हुई है डाक के डिब्बे कब खुलते हैं किसी को मालूम नहीं है। बिजली कटौती ने सभी का सुख चैन छीन लिया है। ये सब समस्याएं ना जाने क्यों विधायक को नजर नहीं आ रही हैं। ग्राम पंचायत को भी इस और ध्यान देना चाहिये। कई समस्याओं को तो ग्राम पंचायत खुद अपने स्तर पर हल कर सकती है।