Thursday, August 7, 2008

नाग पंचमी पर सपेरे आये कम

सीहोर 6 अगस्त (नि.सं.)। आज नाग पंचमी के अवसर पर नगर में सपेरों की कम आमद ने उत्साह को कम किया। जहाँ कुछ गिने-चुने ही सपेरे यहाँ आये वहीं संभवत: कल रात से हुई तेज वर्षा के कारण आज सपेरे नहीं आ सके। परिणामत: आज कई लोग नाग देवता के दर्शन तक नहीं कर पाये।
नाग पंचमी के अवसर पर आज सुबह से ही यूँ तो उत्साह का माहौल था। एक तरफ श्रावण मास का शिव भक्तिमय माहौल और उस पर नाग पंचमी के अवसर पर तो निश्चित शिव भक्तों का उत्साह दुगना हो जाता है लेकिन इस बार नाग पंचमी के एक दिन पहले ही रात को इतना जबर्दस्त पानी इस क्षेत्र में गिरा की नदी नाले उफान पर आ गये। संभवत: इसी कारण आज सुबह से जिन पारम्परिक रुप से सपेरों को सीहोर में आना था वह नहीं आये। आज सपेरे बहुत कम मात्रा में सीहोर में नजर आये। कुछ बड़ी उम्र के सपेरे ही यहाँ आये लेकिन जो नई उम्र के सपेरे व नन्हे बच्चों की फौज आती है वह कहीं नजर नहीं आई। आज दिनभर भी मौसम नरम बना रहने से सपेरों की उपस्थिति नहीं रही।
इस कारण आज नाग पंचमी के अवसर पर कई लोगों को नाग देवता के दर्शन करने की इच्छा अधूरी ही रह गई। दिन भर लोग सपेरों का इंतजार करते रहे। कुछ मोहल्लों मे ही सपेरों ने नाम देवता के दर्शन कराये और वह जल्दी से आगे बढ़ लिये। कई लोग नाग देवता की पूजा अर्चना नहीं कर सके।
क्षेत्र के प्रसिध्द सपेरे पन्नानाथ ग्राम नापली के पास सबसे बड़ा नाग है जिसे वह घने जंगलों से लाया है। पन्नानाथ अवश्य विगत दो दिनों से यहाँ लोगों को नामदेवता के दर्शन कराता रहा।