आष्टा 31 जुलाई (नि.सं.)। कृषि उपज मण्डी समिति जमीन पर एक धर्मस्थल निर्माण की शुरुआत होने के बाद मण्डी संचालकों नागरिकों ने एक सप्ताह पूर्व स्थानीय प्रशासन को जब उक्त अवैध निर्माण की सूचना दी तब प्रशासन के कान खड़े हो गये। उस दिन तत्काल प्रशासन तो जागा लेकिन मण्डी प्रशासन हमेशा की तरह सोया रहा। प्रशासन ने निर्माण स्थल पर पहुँचकर पूरी स्थिति को देखा एवं पटवारी से रिकार्ड मंगवाकर जब जांच की तो पाया कि उक्त जमीन यहाँ पर एक धर्म स्थल का निर्माण हो रहा है। वो जमीन राजस्व रिकार्ड में मण्डी के नाम दर्ज है। तब प्रशासन ने तत्काल निर्माणकार्य रोककर उसे एक सप्ताह में हटाने के आदेश दिये लेकिन प्रशासन कि उसके बाद ढुलमुल रवैये के बाद जब एक सप्ताह बाद भी उक्त अतिक्रमण नहीें हटा तो आज आष्टा में हिन्दु समाज के सैकड़ो लोग दोपहर बाद तहसील कार्यालय के सामने जमा हो गये और तहसीलदार आष्टा से दो टूक प्रश् किया की समय सीमा खत्म होने के बाद भी आखिर समय सीमा समाप्त होने के बाद भी क्यों अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है।
पूर्व की तरह आज भी तहसीलदार ने हिन्दु समाज के लोगों से सोमवार तक का समय मांगा। इसके पीछे उनका तर्क था कि एसडीएम आष्टा छुट्टी पर हैं वह सोमवार को आयेंगी तब तक का आप हमें समय दे दें। लेकिन आज आक्रोशित हिन्दु समाज आष्टा ने प्रशासन को दो टूक में जबाव दिया की 24 घंटे का समय आपके पास है उसके बाद आप जाने ?
आज जिस प्रकार माहौल नजर आया उससे लगा की स्थिति गंभीर तनावपूर्ण है। अगर प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, कार्यवाही में देरी की तो नगर में तनाव का वातावरण भी बन सकता है। बाद में तहसीलदार ने मिलने आये लोगों की भावनाओं से कलेक्टर सीहोर को अवगत कराया। चर्चा के बाद तहसीलदार ने तहसील पहुँचे लोगों को बताया कि आधे घंटे में आपको जबाव बताते हैं। तब तक आधा घंटे तक सभी नागरिक तहसील में ही जमा रहे। समय सीमा के बाद तहसीलदार ने कलेक्टर सीहोर से चर्चा होने के बाद उपस्थित नागरिकों को बताया कि कलेक्टर साहब सुबह 11 बजे आष्टा आकर नागरिकों से मिलेंगे एवं चर्चा करेंगे। उक्त संदेश को हिन्दु समाज ने मानते हुए सुबह 11 बजे तहसील पहुँचने का आश्वासन दिया।
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