सीहोर 18 जुलाई (नि.सं.)। चोरियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा और चोरों के हौंसले बढ़ते ही जा रहे हैं। कल दो नई उम्र के बच्चे कबाड़ी के रुप में हाथ में ठेला लेकर आये और बकायदा आवाज लगाते हुए एक स्थान पर पहुँचे। वहाँ उन्होने एक घर में पीछे से चढ़कर चोरी का प्रयास किया। दूसरी और एक अन्य अज्ञात चोर शाम ढलते ही सड़क की तरफ से ही पानी की फिटिंग का लगा हुआ लोहे का पाईप खोलकर ले गया। जिसका पाईप गया वो काफी परेशान हो गया, घर की जल व्यवस्था गड़बड़ा गई।
उल्लेखनीय है कि लोहा चोरों को खुले आम संरक्षण देने वाली सीहोर पुलिस के कारण आम जनता को हर दिन चोरों से जूझना पड़ रहा है। चोर-पुलिस साथ होने से जनता बेहाल है। हर दिन 7-8 चोरियाँ लोहे की हो रही है जिसमें नदी चौराहे से एक साईकिल की चोरी होने का नियम सा बन गया है।
कल तो सराय व चकला क्षेत्र से आये दो कबाड़ियों के 14-15 साल के बच्चे अपने साथ हाथ ठेला लाये थे। यह आवाज लगाते हुए चलते रहे और धीरे से मुकेरी लाईन छावनी में पहुँचे। जहाँ वह प्रसिध्द अभिभाषक श्री सिसोदिया के निवास के पास बनी गली में घुस गये। वहाँ उनके हाथ में एक थेला। ठेला उन्होने यहीं एक पीपल के पेड़ से सटा दिया। यह दो लड़के थे एक बड़ी उम्र का लड़का भी आ गया जो कुछ दूरी पर खड़ा हो गया। सिसोदिया जी के मकान के बगल वाली गली सकरी होने से दोनो तरफ के मकानों का सहारा लेकर एक लड़के ने चढ़ना शुरु किया और वह दूसरी मंजिल तक पहुँच गया।
संयोग से इसी मोहल्ले में आगे रहने वाले अभिभाषक अनिल पारे उसी समय यहाँ से निकले तो उन्होने इन्हे चोरी के लिये ऊपर चढ़ते हुए देख लिया। अनिल पारे ने तेज आवाज लगाकर इन चोरों को भगाया तो यह ऐसे भागे की ठेला ही छोड़ गये और करीब 1 घंटे बाद आकर चुपचाप ठेला ले भागे। इस प्रकार एक चोरी तो रुक गई लेकिन यह स्पष्ट हुआ कि कबाड़ियों के लड़के अब चोरी काम धंधा भी कर रहे हैं।
इधर शाम 7 बजे सूरज ढलते ही अंधेरे का लाभ उठाकर कुईया श्री गार्डन से लगी हुई दीवार जो सिलाई सेंटर के सामने है पर प्रसिध्द फोटो ग्राफर राजेन्द्र शर्मा बब्बल गुरु के परिवार की पाईप लाईन दीवार पर लगी थी। जो काफी मजबूती से लगी थी। पानी की पाईप लाईन के लोहे के पाईप यहाँ सायं काल अज्ञात चोरों ने चुपचाप खोले और ले भागे। लोहा चोरी की इस घटना से श्री शर्मा के परिवार को जल वितरण अव्यवस्था से जूझना पड़ा।
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