सीहोर 3 जुलाई (नि.सं.)। अमरनाथ धाम के यात्रा के पास ही भूमि जिसे जम्मु-कश्मीर सरकार ने श्राईन बोर्ड को दे दिया था लेकिन इसके तत्काल बाद उसने जमीन को वापस ले ली इस घटनाचक्र के विरोध में पूरे देश में हिन्दुओं में आक्रोश व्याप्त है। अमरनाथ के यात्रियों के खिलाफ आतंकवादी संगठनों का जहाँ सदैव विरोध और दबाव रहा है वहीं देश के हिन्दु संगठनों ने गांव-गांव तक बाबा अमरनाथ की भक्ति की अलख जगाकर लोगों को अमरनाथ यात्रा कराने का बीड़ा उठा रखा है। आतंकवादियों के सारे हौंसले हिन्दु आस्थाओं के आगे झुके हुए हैं और हर साल देश भर से लाखों लोगों के अमरनाथ यात्रा के लिये जत्थे के जत्थे पहुँचते हैं। श्राईन बोर्ड से वापस ली गई जमीन के विरोध स्वरुप जहाँ पूरे देश में आक्रोश व्याप्त रहा वहीं आज सीहोर में भी सफल बंद सफल रहा। आष्टा में भी बंद सफल रहा।
सीहोर में आज सुबह से ही बजरंग दल के आव्हान का व्यापक असर देखने को मिला। स्वयं बजरंग दल के प्रभावी पदाधिकारी अतुल राठौर काका और नगर अध्यक्ष शंकर ठाकुर व नीरज चौरसिया के नेतृत्व में भारी संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ता नगर में घूम रहे थे। कार्यकर्ताओं ने एक रैली भी नगर भर में निकाली। कस्बा क्षेत्र से लेकर मण्डी, गंज, गंगा आश्रम के अलावा मुख्य बाजार छावनी लगभग पूर्णत: बंद रही। छावनी के कुछेक होटल अवश्य खुले रहे जिन्हे बजरंग दल ने अपने निशाने पर ले लिया और भविष्य में इन्हे असहयोग का प्रावधान रखा गया है। कहीं कोई तनाव की स्थिति नहीं बनी।
लेकिन चाणक्यपुरी क्षेत्र पर अवश्य जब बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने दुकानदारों की आंशिक दुकाने खुले जाने पर उनसे निवेदन किया की पूरा नगर बंद है आप भी हमें सहयोग करें तो यहाँ एक पुलिस अधिकारी इनसे सीधे उलझ पड़ा और उसने सीधे बंदूक निकाल लेने की धमकी दी, इस अधिकारी कार्यकर्ताओं के साथ झूमा-झटकी तो की ही वरन कार्यकर्ताओं के हाथ में जो भगवा ध्वज था, बजरंग दल के उस ध्वज को भी इस अधिकारी ने वाहनों से खेंचना शुरु कर दिया। इस पर निश्चित ही बजरंगियों का आक्रोश भड़कना स्वभाविक था, लेकिन इसके बावजूद बजरंगी अपनी मर्यादा मे रहे और यहाँ अचानक बजरंग दल के प्रमुख अतुल काका ने यहाँ बजरंगियों को शांत किया और पुलिस अधिकारी के व्यवहार को अनुचित बताते हुए उससे कहा कि आपके इस व्यवहार से बड़ा विवाद भी खड़ा हो सकता है कृपया सावधान रहें। हमें अपना काम करने दे और आप अपना काम करें।
यहाँ हुए पुलिस के विवाद के बाद पुलिस वरिष्ठ अधिकारियों ने इस एक अधिकारी द्वारा बजरंगियों के साथ की गई अभद्रता के लिये माफी भी मांगी और बजरंगियों से कहा कि आप अपना काम जारी रखें।
आज बजरंगियों को दुल्हा बादशाह, गाड़ी अड्डा, सराय में अवश्य कुछ परेशानी महसूस हुई। लेकिन बजरंगियों के निवेदन के आगे दुकानदारों ने चुपचाप अपनी दुकानें बंद कर ली। हालांकि सराय क्षेत्र में कुछ तत्वों ने एकत्रित होकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर अचानक धारदार हथियारों से हमला क रने की कोशिश की वह हथियार लेकर लपके लेकिन मात्र एक ही बजरंगी ने जब अपना ट्रेलर दिखाया तो यहाँ सारे तत्व जिनके हाथ में धारदार हथियार थे वो भागते नजर आये।
गल्ला मण्डी क्षेत्र के पास दो लोग जो नकली बजरंगी बनकर गले में भगवान दुपट्टा डालकर पुलिस पर दादागिरी कर रहे थे, उन्हे बजरंग दल के पदाधिकारियों ने जाकर अच्छी तरह समझाईश दी और पुलिस को सहयोग किया। यहाँ भी पुलिस का एक अधिकारी कुछ विवाद का कारण बन गया था। आज नगर में हुए सफल बंद का खासा प्रभाव रहा।