Tuesday, July 15, 2008

ऐसी होगी नव घोषित जावर तहसील

आष्टा 14 जुलाई (नि.प्र.)। वर्षों से जावर क्षेत्र के प्रत्येक नागरिक, किसान, व्यापारियों की हर आने वाली सरकार के सामने एक ही मांग रहती थी कि जावर को तहसील का दर्जा हो लेकिन आजादी के बाद आई सभी सरकारों के नुमाईंदों ने आश्वासन जरुर दिया लेकिन पूरा किसी ने नहीं किया 2003 में जब म.प्र. में भाजपा की सरकार बनी तो पुन: यह मांग उठी और 08 तक यह मांग उठती ही रही और जो काम पूर्व की किसी भी सरकार ने नहीं किया वो जिले के लाल शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार ने 12 जून को कर दिखाया जावर आकर स्वयं मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जावर को तहसील का दर्जा दिये जाने के साथ अनेकों विकास की घोषणा की। नव घोषित जावर तहसील कैसी होगी इसका क्षेत्रफल जनसंख्या, ग्राम आदि कितने कैसे होंगे के बारे में फुरसत ने जानकारी एकत्रित की। अनाधिकृत रुप से फुरसत को जो सूत्रों से जानकारी मिली उसके अनुसार एकत्रित की नवगठित जावर तहसील चार तहसीलों से घिरी होगी ये तहसीलें हैं सोनकच्छ, बागली, शुजालपुर, कन्नौद आष्टा हैं। इस नई तहसील में आष्टा तहसील के लगभग 22 पटवारी हल्कों को शामिल किया जा सकता है। जावर तहसील में लगभग 130 से 135 ग्राम शामिल होंगे इन ग्रामों में से राजस्व ग्रामों की संख्या 114 तथा वन ग्रामों की संख्या 14 रहेगी जो राजस्व ग्राम शामिल किये जाने की खबर है उसमें अधिकांश ग्राम जावर से जुड़े हुए हैं।
नवगठित जावर तहसील की जनसंख्या 1 लाख से अधिक होगी इसका क्षेत्रफल काफी फैला हुआ रहेगा। वहीं जावर तहसील में जहाँ लगभग 22 पटवारी हल्के शामिल रहेंगे वहीं 2 राजस्व निरीक्षक मंडल रहेंगे। वर्तमान में जावर जो की टप्पा है यहाँ पर लगभग 15 सरकारी कार्यालय, बैंक, स्कूल, थाना आदि सबकुछ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जावर को नई तहसील घोषित किये जाने के बाद मुख्यमंत्री जी की उक्त घोषणा को अमली जामा पहनाने में पूरा राजस्व विभाग जुटा हुआ है। खबर है कि स्थानीय अधिकारियों ने नई जावर तहसील के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर उसको जिले को भेज दी है। यहाँ से यह भोपाल पहुँचेगी और उसके बाद सही रुप में जावर तहसील का स्वरुप ग्रहण करेगी।
स्मरण रहे अभी तक जावर जो की टप्पा था इस क्षेत्र के किसानों, नागरिकों, व्यापारियों आदि को राजस्व संबंधी कार्यों के लिये 30 से 40 किलो मीटर का लम्बा सफर तय कर आष्टा तहसील आना पड़ता था जो इस क्षेत्र के नागरिकों के लिये कष्टप्रद एवं खर्चीला कार्य तो था ही समय भी काफी बर्वाद होता था। अब जब जावर तहसील का स्वरुप ग्रहण कर लेगी तो यह सब परेशानी इस क्षेत्र के नागरिकों की दूर हो जायेगी। जावर तहसील के रुप में कब कार्य करने लगेगा इसके बारे में अभी कोई निश्चित समय सीमा तय नहीं है लेकिन सभी को पूरी उम्मीद है कि शीघ्र जावर में जावर तहसील का बोर्ड लगा नजर आयेगा।


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