Tuesday, June 24, 2008

और बाढ़ आ गई तो नुकसान का जिम्मेदार कौन होगा... ? आपत्ति के बाद पार्वती की खोली शटर बंद की

आष्टा 23 जून (नि.प्र.)। हर वर्ष पार्वती में गर्मी के बाद 15 जून को लगे शटर खोलकर रुका पानी बहने के लिये छोउ दिया जाता है क्योंकि बरसात कब जमकर हो जाये और नदी में कब बाढ़ की स्थिति बन जाये इसका कोई अनुमान नहीं रहता है।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 15 के स्थान पर आष्टा नगर पालिका ने 21 जून शनिवार को पार्वती में रुका बहे इसके लिये शटर खोलना शुरु की रुका पानी वह कर जब संगम तक पहुँचा जहाँ पर इन दिनों फोर लेन सड़क निर्माण के तहत पपनास पर पुल बनाने का कार्य दिन रात चल रहा है तो कार्य प्रभावित एवं आये पानी से नुकसान को देखते हुए फोरलेन के अधिकारियों ने अधिकारियों को फोन खटखटाये इसको असर यह हुआ कि खोली शटर नगर पालिका को पुन: लगाने को कहा। नगर पालिका ने आदेश का पालन कर पुन: शटर लगा दी वहीं पानी बरसना प्रारंभ हो गया है। मौसम भी बरसात का बन गया है अगर बरसात जमकर हो गई और नदी में पानी आ गया कहीं बाढ़ की स्थित बन गई तो शटर लगी होने से नदी का पानी शहर में घुस सकता है और कहीं भयावह स्थिति निर्मित हो गई तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ? स्मरण रहे किलेरामा में जहाँ पर पार्वती और पपनास नदी का संगम स्थल है वहाँ पर किलेरामा से निकले फोरलेन सड़क का बड़ा पुल फोरलेन द्वारा पुल का दिन रात निर्माण कार्य युध्द स्तर पर चल रहा है इसी कारण से फोरलेन वालों ने 15 दिन पार्वती की शटर ना खोले और रुका पानी ना बहाये के लिये नगर पालिका को कहा है।
नाव चल रही है कई वर्षों के बाद इन दिनों पार्वती में रुके पानी के कारण एक नाव पार्वती में चल रही है जो भी बच्चे इस चलती हुई नाव को देखते हैं उनका मन ललचाता है कि हम भी नाव में बैठे और शेर करें आनन्द उठाये।