सीहोर 9 अप्रैल (नि.सं.)। 1857 के रण वांकुरों की स्मृति में संस्कार भारती द्वारा नयन् 1857 के रूप में इस महान स्थान्त्र समर की 150वीं वर्षगांठ के रूप में वर्ष भर समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रम पूरे राष्ट्र में आयोजित किये थे जिसमें उन स्थानों जहां पर कि 1857 के स्वातंत्र समर के योद्धा शहीद हुये थे उन स्थानों की पवित्र धूली पूरे राष्ट्र से एकत्रित कर पेशवा नाना साहब के जन्मस्थान बिठूरर में एकत्रित कर प्रणामांजली अर्पित की थी ।
अब वही धूली पवित्र नदियों के जल से अभिसिंचित कर देश के विभिन्न स्थानों पर धूलिकलश के माध्यम से पहुंचाई गई है ।
दिनांक 10 मई,08 को हमारी सिद्धपुर नगरी में 1857 के स्वातंत्र समर के उन महान योद्धाओं के पवित्र रक्त से सिंचित इस धूली की कलश यात्रा आयोजित की गई है । यह कलश यात्रा राठौर चौराहा गंज से शाम 5 बजे प्रांरभ होगी, इसमें भारत माता तथा रानी लक्ष्मीबाई, मंगलपांडे, तात्याटोपे, बहादूर शाह जफर, के प्रतिरूप बनाकर जुलुस के रूप में निकाले जायेंगे यह कलश यात्रा बड़ा बाजार सीहोर पहुंचेगी जहां पर मुख्य कार्यक्रम किराना व्यापारी संघ, नव दुनिया समाचार पत्र, संस्कार भारती के सौजन्य से राष्ट्र भक्ति पूर्ण गीतों का संगीतमय कार्यक्रम होगा । इस कार्यक्रम में राजधानी भोपाल एवं जिला सीहोर के कलाकार एक से बढ़कर एक राष्ट्रभक्ति के गीतों की प्रस्तुति देगें ।
मुख्य कार्यक्रम स्थल पर विराट भारत का मानचित्र रंगोली से बनाया जायेगा । कार्यक्रम स्थल पर 1857 दीपकों को प्रावलित कर शहीदों को प्रणामांजली अर्पित की जावेगी । संस्क ार भारती सीहोर किराना व्यापारी संघ तथा नव दुनिया परिवार की और से मुकेश सक्सेना, बसंत दासवानी, राजेन्द्र उपाध्याय, सुनील राठौर, एच.पी.चक्रधर, नन्दकिशोर विश्वकर्मा, मनोहर रैकवार, हरिओम शर्मा दाऊ , नंदकिशोर संधानी, सुंदरलाल राठौर, भानू सक्सेना, अशोक सिसोदिया, मनोज, प्रदीप गौतम, माखन परमार, श्रीमति सरोज ठाकूर, श्रीमति प्रेमलता राठौर, रीना मिश्रा, पंडित रमाकांत समाधिया, आदि ने नागरिकों से अपील की है कि यह इन शहीदों के नाम दिनांक 10 मई,08 को शाम को अपने-अपने घरों में दीप जलाकर श्रद्धांजली अर्पित करें तथा कलश यात्रा में एवं मुख्य कार्यक्रम में भारी तादात में सम्मिलित होकर कार्यक्रम को सफल बनायें ।