Thursday, March 13, 2008

पत्रकार श्री ताम्रकार को धक्‍का देते हुए पुलिस जवानपुलिस ने वरिष्‍ठ पत्रकार श्री ताम्रकार पर यूं खुले आम लाठियां
चलाईं, मजबूरन कुछ समाजसेवियों ने खुद पर लाठिया खाकर उन्‍हे
बचाया, इसके बावजूद पुलिस की लाठियां घूमना बंद नहीं हुई सारे नियमों को ताक में रखकर सामान से लदालद भरी
हुई दुकान को सामान निकाले बिना ही तोड़ती हुई जेसीबी मशीन
सारे नये कीमति सामान को नष्‍ट करती रही मशीन
सारी भीड़ को खदेड़कर और पुलिस वाहन में बैठाने के बाद
खुले आम तोड़फोड़ करती नगर पालिका की मशीन व कर्मचारी
यूं पूरा मैदान कर गये 100 फिट गहराई तक निर्माण कार्य तोड़ दिया गया
फर्नीचर पूरा तोड़ दिया गया मशीन द्वारा
फिर मशीन ने चद्दरों को दबा-दबाकर खराब किया और उस पर मलबा पटक दिया
सीमेंट की चद्दरें तो तोड़कर नष्‍ट ही कर दी गईं
तोड़फोड़ के बाद टंकी एक दम सही रखी थी,
जेसीबी मशीन ने उसे जानबूझकर दबाकर तोड़ डाला
महंगे सामान के ऊपर मलबा डाल दिये जाने के
कारण मिट्टी के नीचे दबे सामान को बीनते ताम्रकार के सहयोगी
कर दिया गया हर एक सामान नष्‍ट
मध्‍य प्रदेश राज्‍य अभिभाषक संघ के अध्‍यक्ष रामेश्‍वर नीखरा स्‍थल का निरीक्षण करने पहुंचे