Thursday, March 13, 2008

...जब पुलिस ने ज्‍यादती पूर्वक ताम्रकार को लाने का प्रयास किया

सीहोर। आज अचानक पुलिस का एक दल हमीदिया में भर्ती श्री ताम्रकार को गिरफ्तार करने पहुँच गया। अचानक यहाँ एक चिकित्सक ने उन्हे डिस्चार्ज कर दिया और पुलिस ने बीमारी की हालत में उठाने लगी। इसी दौरान यहाँ भोपाल के नेता माणक अग्रवाल सहित भारतीय जनशक्ति के कार्यकर्ता व अन्य लोग पहुँचे। माणक अग्रवाल ने पुलिस से कहा कि पहले मुझे गिरफ्तार करो, फिर इन्हे ले जाओ। उन्होने कहा कि व्यक्ति बीमार है, उसके सीने में दर्द है, हृदय घात की स्थिति है और तुम ले कैसे जा रहे हो। इसके तत्काल बाद श्री अग्रवाल ने अपना संदेश रायपाल तक पहुँचाया। किसी तरह घटनाक्रम में पौन घटा व्यतीत हुआ। रायपाल ने सीधे हमीदिया के डीन से मामले में बातचीत की और कहा कि ऐसे लापरवाही चिकित्सक को देखिये इसके बाद एक चिकित्सक ने आकर ताम्रकार की बिगड़ी हालत देखकर उन्हे भर्ती किया। खास बात यह रही कि जिस चिकित्सक इन्हे डिस्चार्ज किया था उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया था। आज यदि माणक अग्रवाल यहाँ नहीं होते तो निश्चित ही श्री ताम्रकार को बीमारी के हालत में पुलिस अस्पताल से उठा लाती।