Saturday, April 12, 2008
.......और प्रेम लीला समाप्त हो गई
आष्टा 11 अप्रैल (नि.प्र.)। आष्टा में कल नगर के लगभग अंमित छोर में बनी एक लांज जिसमें यात्री कम प्रेमी युगल अधिक आते जाते है क्योकि यह स्थान प्रेम लीला के लिए अच्छा और सुरक्षित स्थान माना जाता है कल दोपहर में इस लांज के एक कमरे में आष्टा के तीन युवक दो युवतियों के साथ पहुंचे लेकिन किसी को खबर लग गई और पुलिस को भी जो जुगाड मे ही घुमती है को खबर कर दी बस फिर क्या था पुलिस उक्त लांज पर पहुंची और पुलिस ने डंडा फटकारा यह देख प्रेमी युगलों के हाथ पैर फूल गये और उन्होंने अपने अपने परिचितों को भी बुला लिया । काफी देर तक यहां हल चल मची रही और बाद में सब कुछ शांत हो गया । प्रेमी युगल घर चले गये । क्योंकि युवक और युवतियां आष्टा के ही थे । पुलिस भी अपने हाथों की खुजली शांत होने के बाद पुन: अन्य जुगाड़ पर निकल गई और इस तरह पुलिस का भी काम हो गया और प्रेमी युगल थाने जाने और उसके बाद बदनामी से भी बच गये । धन्य है हमारे आष्टा की पुलिस.....