Thursday, April 17, 2008

कजलास में नवशतचंडी महायज्ञ का आयोजन

आष्टा 16 अप्रैल (नि.प्र.)। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी ग्राम कजलास में सतचंडी महायज्ञ का प्रांरभ 12 अप्रैल से प्रारंभ हुआ है । जिसका समापन 20 अप्रैल रविवार को शोभा यात्रा पूर्णाहुति एवं भंडारे के साथ होगा । यज्ञ में प्रवचनकर्ता श्यामस्वरूप मनावत मानस मरमज्ञ भोपाल एवं यज्ञाचार्य पण्डित श्याम जी जोशी एवं सहयोगी आचार्य पंडित महेन्द्र शर्मा कजलास है।
शीतला मंदिर ग्राम कजलास से एक किलो मीटर की दूरी पर स्थित कैलाश पर्वत के नाम से जानी जाती है । इसी पर्वत के नाम से ही ग्राम कजलास को कैलाश पुरी के नाम से भी जाना जाता है । पहाड़ी पर मां शीतला की चेतन्य मूर्ति है जो बहुत ही चमत्कारी है । इस पहाड़ी के उपरी शिखर पर गिरनारी पहाड़ है । जहां पर तपोनिष्ट महंत गिरनारी बाबा एंव टाटा बाबा का स्थान है । इस पहाड़ी पर गिरनारी लता ने तप कर अंत में समाधि ली थी । प्रवचन का समय दिन के 12 बजे से 4 बजे तक है एवं रात्रि में गणेश नाटयकलां मण्डल कजलास द्वारा आधुनिक तरीके से ड्रामा का मंचन किया जा रहा है । यह यज्ञ सप्त गांव, कजलास, कुण्डियानाथू, बमुलिया रायमल, छायनखुर्द, जामगोद जागीर, ढाबला खालसा, हिम्मतपुरा, बीसूखेड़ी, जीवापुर महोडिया आदि ग्रामों के लोगो के अथक प्रयास एवं मां शीतला की कृपा से प्रतिवर्ष संपन्न होता है । यज्ञ कार्यक्रम के अध्यक्ष गुलाब भोजवानी आष्टा है । फूलसिंह पटेल कजलास ने धर्म प्रेमी जनमा से अपील की है कि, यज्ञ में पधार कर धर्म का लाभ लेवें ।