सीहोर 28 मार्च (नि.सं.)। प्राचीन श्री नृसिंग मंदिर कस्बा में फाग महोत्सव 2008 संपन्न हुआ । सायं 7 बजे आरती के साथ कार्यक्र म प्रारंभ हुआ । जिसके पश्चात महिला मण्डल द्वारा फाग उत्साह गायन किया गया । रात्रि 9 बजे से विभिन्न मण्डलो द्वारा फाग गायन प्रारंभ हुआ । सर्वप्रथम दीप प्रावलन कर भगवान नृसिंह व राधा कृष्ण जी को पुष्प फाग अर्पित किए गए ।
अतिथि स्वरूप पधारे श्रीनाथ जी की हवेली के प्रधान मुखिया का अभिवादन व स्वागत किया गया । कस्बा क्षैत्र के प्रसिद्ध व वयोवृद्ध फाग गायक शिवप्रसाद भावसार ने गणपति बन्दना की तथा उसके पश्चात अपनी सुप्रसिद्ध फाग प्रस्तुति दी । उनके पश्चात पं. प्रदीप मिश्रा श्री वैष्णव भजन मण्डल ने अपनी मोहक व नृत्यकीय फाग गाकर सभी भक्तों को नृत्य कराया । भारत अग्रवाल तथा देवेद्र चौरसिया ने सरस फाग गाकर सभी को भक्ति रस में सरोबर कर दिया । संगीतिका संगीत महाविद्यालय के लालाराम सूर्यवंशी तथा मांगीलाल ठाकूर ने कलात्मक शास्त्रीय फाग प्रस्तुतियां दी। सत्येदव आराधना मंडल के गयाप्रसाद जोशी ने अपनी प्रसिद्ध फाग सुनाकर पुरानी फाग को पुन: याद दिलाया उनकी प्रस्तुतियां बहुत सराही गई । उनके पश्चात बैरागढ़ भोपाल से पधारे धर्मेन्द्र सांरग ने भजनों की प्रस्तुति दी । मण्डी निवासी खाटू श्याम के भजनों में पूरे प्रदेश में ख्याति प्राप्त श्रीमति ममता गुप्ता ने आकर्षक भजन गाकर भक्तों को स्थिरमूर्त सा कर दिया । श्री हरि आराधना मंडल के दयालाल शाल्य , जनाब शमीम भाई , रामू शंकर एवंपार्टी ने अपनी आकर्षक प्रस्तुतियां दी । कालापीपल व बरखेड़ी से पधारें श्रोताओं मे कालापीपल की एक भजनन मंडली ने भी होली गीत गाये । उनके पश्चात पं. राजेन्द्र व्यास , पं. चेतन उपाध्याय, ने अपनी प्रस्तुतियां दी । पं. चेतन जीने मंच संचालन किया । मंदिर व्यवस्थापक पं. रामचन्द्र, पं. सुरेश चंद्र, पं. शेषनारायण तिवारी, ने सभी कलाकारों को प्रतिक चिन्ह दिये , पं. हरीश तिवारी ने आभार मानते हुये सभी को धन्यवाद दिया ।
अतिथि स्वरूप पधारे श्रीनाथ जी की हवेली के प्रधान मुखिया का अभिवादन व स्वागत किया गया । कस्बा क्षैत्र के प्रसिद्ध व वयोवृद्ध फाग गायक शिवप्रसाद भावसार ने गणपति बन्दना की तथा उसके पश्चात अपनी सुप्रसिद्ध फाग प्रस्तुति दी । उनके पश्चात पं. प्रदीप मिश्रा श्री वैष्णव भजन मण्डल ने अपनी मोहक व नृत्यकीय फाग गाकर सभी भक्तों को नृत्य कराया । भारत अग्रवाल तथा देवेद्र चौरसिया ने सरस फाग गाकर सभी को भक्ति रस में सरोबर कर दिया । संगीतिका संगीत महाविद्यालय के लालाराम सूर्यवंशी तथा मांगीलाल ठाकूर ने कलात्मक शास्त्रीय फाग प्रस्तुतियां दी। सत्येदव आराधना मंडल के गयाप्रसाद जोशी ने अपनी प्रसिद्ध फाग सुनाकर पुरानी फाग को पुन: याद दिलाया उनकी प्रस्तुतियां बहुत सराही गई । उनके पश्चात बैरागढ़ भोपाल से पधारे धर्मेन्द्र सांरग ने भजनों की प्रस्तुति दी । मण्डी निवासी खाटू श्याम के भजनों में पूरे प्रदेश में ख्याति प्राप्त श्रीमति ममता गुप्ता ने आकर्षक भजन गाकर भक्तों को स्थिरमूर्त सा कर दिया । श्री हरि आराधना मंडल के दयालाल शाल्य , जनाब शमीम भाई , रामू शंकर एवंपार्टी ने अपनी आकर्षक प्रस्तुतियां दी । कालापीपल व बरखेड़ी से पधारें श्रोताओं मे कालापीपल की एक भजनन मंडली ने भी होली गीत गाये । उनके पश्चात पं. राजेन्द्र व्यास , पं. चेतन उपाध्याय, ने अपनी प्रस्तुतियां दी । पं. चेतन जीने मंच संचालन किया । मंदिर व्यवस्थापक पं. रामचन्द्र, पं. सुरेश चंद्र, पं. शेषनारायण तिवारी, ने सभी कलाकारों को प्रतिक चिन्ह दिये , पं. हरीश तिवारी ने आभार मानते हुये सभी को धन्यवाद दिया ।