Tuesday, March 18, 2008

शहर में मचने लगा पानी के लिए हाहाकार बीते आठ दिनों से नलों में नहीं आ रहा पानी

सीहोर 17 मार्च (फुरसत)। पानी....पानी....पानी.... नगर पालिका की असफलता और जल प्रदाय विभाग की अक्षमता तो इस बात से उजागर हो जाता है कि शहर के नागरिकों को न तो पार्वती योजना से पानी मिल रहा है और न ही वैकल्पिक स्त्रोत जमोनिया तालाब से विगत आठ दिनो से छावनी, इंग्लिशपुरा, कस्बा, गंज और मण्डी के नागरिक प्रतिदिन सुबह नलों के आने की वाट जोहते है और अंत में अपने वर्तन उठाकर कुंए, बाबड़ी और हेण्डपंप की राह पकड़ते है । दूरदराज स्थित पेयजल स्त्रोतों से पानी लाना उनकी रोजमर्रा की जिन्दगी में सम्मिलित हो चुका है ।
दिन व दिन विगड़ती जा रही पेयजल व्यवस्था को लेकर नागरिकों में आक्रोश का पनपना सहज स्वभाविक है । पेयजल समस्या को लेकर नागरिक और पार्षद एक जुट होकर आंदोलन की राह पर चल पड़े है । नागरिकों के साथ मण्डी चौराहे पर पार्षद भी धरना देने की घोषणा कर चुके है। नगर में दिनोंदिन गंभीर होती जा रही पेयजल समस्या से निपटने के कोई गंभीर प्रयास न तो न.पा. अध्यक्ष राकेश राय कर रहे है और न ही न.पा. का जल प्रदाय अमला भी कोई रूचि नही दिखा पा रहा है। सबके बीच जिला प्रशासन की रहस्यमय चुप्पी आश्चर्य का सबब बनी हुई है ।
छावनी और गंज में पानी को लेकर सर्वाधिक हालात बिगडें हुए है । इन क्षैत्रों के लोग साईकिलों पर कैन लटकाएं हुए पानी के लिए इधर-उधर भटकते आसानी से देखे जा सकते है । कुईया गार्डन के सामने स्थित हेण्डपंप पर 24 घंटे पानी के लिए भीड़ भाड़ मची रहती है । वही गाड़ी अड्डा क्षैत्र में भी एक-एक बाल्टी के लिए लोगों की जद्दोजहद बनी रहती है । विगत दिनों पानी के एक बाल्टी के लिए यहां लोगो के बीच अच्छी खासी मारपीट भी हो चुकी है । यही हालात रहे तो किसी भी दिन पानी के लिए कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है ।
शहर भर में निजि टेंकरों से पानी सप्लाई तो होने लगा है और वह मनमाने भाव से पानी बैंच कर अपने जेबे भी खूब गरम करने में लगे हुए है । उनकी की मनमानी पर प्रशासन का अंकुश दिखाई भी नही देता है और वह पानी उपभोक्ताओं को जमकर नोच खसोट रहे है । वही गरीब असहाय नागरिकों को पानी मुहैया कराने के लिए न.पा. परिषद और जल कार्य विभाग की नींद अभी तक नही खुल सकी है । अभी तक नपा के पानी टैंकर भी सड़कों पर नही आए है । पैसे वाले तो निजि टेकरों से पानी खरीद ही रहे है । वही गरीब तब्के के नागरिकों को अपने लिए पीने के पानी की जुगाड़ दूर दराज इलाकों से ही करने को मजबूर है । पानी की व्यवस्था संबंधी किसी भी प्रकार की कोई विज्ञप्ति या समाचार भी स्थानीय नपा द्वारा प्रसारित करना मुनासिब नही समझा गया है । पानी की समस्या के निराकरण के लिए नपा न तो भगवान पुरा तालाब से पानी छुड़वा सकी है । और न ही पार्वती नदी से रामपुरा डेम से । भगवान पुरा तालाब से ही यदि पानी छुड़वा दिया जाता तो नगर की सीवन नदी और शहर के बीचोबीच स्थित नाले में पानी एकत्र हो जाता और शहर के जल स्त्रोंतों में थोड़ी बहुत जान आ जाती तथा नागरिकों को राहत भी मिलती ।