Friday, February 8, 2008

ग्राम न्यायालयों के गठन की प्रक्रिया गुप चुप-गुप चुप

आष्टा 6 फरवरी (फुरसत)। पूर्व में आष्टा विकास खंड में जो ग्राम न्यायालयों का गठन किया गया था । अधिकांश का कार्यकाल पूर्ण होने पर पुन: ग्राम न्यायालयों के गठन की प्रक्रिया प्रारंभ तो हो गई है । लेकिन खबर है कि सब कुछ गुप-चुप, किया जा रहा है ।
इसके पीछे क्या कारण है यह तो गहराई में जाने से ही पता लग पायेगा। ग्राम कोठरी के जागरूक नागरिक अशोक जैन पूर्व जनपद सदस्य ने ग्राम न्यायालयों के गठन की प्रक्रिया पर पंचायतों को आडे हाथ लिया है । श्री जैन का आरोप है कि गठन की प्रक्रिया में पारदर्शीता नही रखी जा रही है । जैन ने बताया कि 10 पंचायतों पर एक ग्राम न्यायालय गठित है इसमें एक अभिभाषक और 6 सदस्यों में अनुसूचित जाति, एवं जन जाति तथा महिला सदस्य का होना अनिवार्य है उसके बाद सामान्य एवं पिछड़ा वर्ग क ो लिया जायेगा ।
इन सदस्यों की उम्र 45 होना चाहिये तथा ये सदस्य हायर सेकेण्ड्री पास हो और किसी भी राजनीतिक दल के सदस्य न हो इन सदस्यों के नाम पंचायतों के सचिवों द्वारा जनपद को और जनपद कलेक्टर को भेजेगें। लेकिन सचिव इस महत्वपूर्ण कार्य में इशारों पर कार्य कर पारदर्शीता नही रख रहे है। जैन ने कलेक्टर सीहोर से मांग की है कि ग्राम न्यायालयों के गठन में पारदर्शिता, ईमानदारी, योग्यता चयन में रहे ऐसी अपेक्षा है ।