सीहोर 19 जून (नि.सं.)। समीपस्थ ग्राम बड़नगर में आज सुबह गांव के अंदर ही एक जंगल में पड़ा शव देखकर कुछ लोग ठिठक गये। जब देखा तो पता चला कि वह शव ग्राम के सुरेश पुत्र जवाहरी लाल यादव का था जो रात कीर्तन में गया हुआ था। इसकी मृत्यु से आहत इसके परिजनों की लड़ाई फिर अपनी पुरानी रंजिश रखने वालों से हुई और प्राणघातक हमले दोनो तरफ से हुए जिसमें करीब एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये हैं। जिनका इलाज जिला चिकित्सालय में चला । पुलिस मामले की गहनता से विवेचना कर रही है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले ग्राम बड़नगर में आज एक युवक मृत अवस्था में पड़ा मिला। मृतक के हाथ में लिखा देखा कि 'जेब में', जब जेब में देखा गया तो एक पर्ची निकली जिस पर लिखा था कि यदि मुझे कुछ हो जाये तो इन लोगों के कारण ही होगा। पर्ची में जिन लोगों के नाम लिखे बताये गये हैं वह मृतक व उसके परिवार से पुरानी रंजिश रखते हैं।
सुबह जब मृतक के शव के साथ यह सब देखा गया तो इसके परिजनों ने अपने पुराने रंजिश रखने वालों से इस संबंध में जाकर बातचीत क रने का प्रयास किया और इसके साथ ही इनमें खूनी संघर्ष हो गया। पुलिस के अनुसार बड़नगर निवासी मदन पुत्र फूलचंद यादव आज सुबह अपने घर पर था तभी गांव के जवाहरी, हेमराज, लाला, अमरचंद, मदन, गणेश, विष्णु, मंटु, राजू, नरेश, अशोक व हरी फर्सी, कुल्हाड़ी व लकड़ी लेकर मदन यादव के घर में घुस आये और विष्णु ने फर्सी से मदन पर प्रहार कर दिया फिर सभी लोग मदन को लाठी, कुल्हाड़ी से मारने लगे। मदन की पत्नि कृपाबाई व यशोदाबाई पुत्र सतीश व छोटा भाई कल्लु के साथ भी इन लोगों ने मारपीट कर चोंट पहुँचाई व घर में तोड़ फोड़ कर छत पर चढ़कर घर के कवेलू तोड़ डाले। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार हेतु सीहोर अस्पताल में दाखिल कराया गया है। घटना की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जे.एस. राजपूत, एसडीओपी सीहोर उमेश शर्मा, प्रभारी एफ.एस.एल. एवं थाना प्रभारी कोतवाली तत्काल मौके पर पहुँचे। इधर पुलिस ने शव का सूक्ष्म परीक्षण कराया है। मृतक सुरेश यादव रात ग्राम में ही भजन में गया हुआ था जहाँ रात्रि करीब 1 बजे वह वहाँ से निकला और घर नहीं पहुँचा। सुबह इसका शव मिला। शव के साथ संदिग्धता भी स्पष्ट झलकी। कुछ को गले पर निशान भी नजर आये। ऐसा भी विश्वास है कि मृतक को संभवत: जहर दिया गया हो। जांच के बाद ही पता चलेगा।