Friday, October 24, 2008

श्रीमति समाधिया का असामायिक निधन बड़ी संख्या में लोगों ने श्रध्दांजली दी

      सीहोर 23 अक्टूबर (नि.सं.)। वरिष्ठ स्वतंत्रता संग्राम सैनानी एडवोकेट श्री विद्या सागर समाधिया की धर्मपत्नि श्रीमति सुभद्रा देवी समाधिया बाई का वैकुण्ठवास कल हो गया। आप 74 वर्ष की थीं। आज बड़ी संख्या में नागरिकों, पत्रकारों ने आपकी अंतिम यात्रा में सम्मिलित होकर अंतिम विदा दी। श्रध्दांजली सभा हुई। फुरसत परिवार ने भी दादी जी को श्रध्दांजली दी।

      हंसमुख मिलनसार स्वभाव की धनी और धार्मिक कार्यों में सदैव अग्रणी रहने वाली पत्रकार राकेश समाधिया, प्रेस फोटोग्राफर प्रदीप समाधिया व सुशांत समाधिया बिल्लू की माताजी का कल बुधवार रात 1 बजे अचानक हृदय गति रुकने से देहावसान हो गया। महिला मण्डल के माध्यम से कई धार्मिक आयोजनों में आप सदैव प्रमुखता से उपस्थित रहती थीं, सभी से खुश होकर बात करना, सदैव मुस्कुराते रहना आपके स्वभाव की पहचान थी। 74 वर्ष की उम्र में भी आप खुद पूरा काम करती थीं, अंतिम समय तक आप स्वस्थ थीं। गंज समाधिया परिवार रात से ही शोक का वातावरण बन गया। आज सुबह से ही जैसे-जैसे नगर में यह सूचना फैली बड़ी संख्या में समाधिया परिवार से जुड़े लोग गंज पहुँचने लगे। आपकी अंतिम यात्रा गंज समाधिया मंदिर से छावनी होती हुई इंदिरा नगर विश्राम घांट पहुँची। जिसमें बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। छावनी में एक श्रध्दांजली सभा आयोजित कर सभी ने बाई जी को श्रध्दासुमन समर्पित किये। बड़ी संख्या में पत्रकार जगत के लोग भी आज अंतिम यात्रा में शामिल हुए। जिला पत्रकार संघ ने भी श्रध्दांजली दी। श्रीमति सुभद्रा देवी समाधिया अपने पीछे भरा पूरा परिवार पाँच पुत्र राकेश, अशोक, प्रदीप, दुष्यंत व सुशांत समाधिया बिल्लु को छोड़ गई हैं। माताजी के अचानक स्वर्गवास हो जाने से फोटोग्राफर प्रदीप समाधिया काफी आहत हुए, दो बार वह बेहोंश भी हो गये थे। फुरसत परिवार ने भी श्रध्दांजली दी।