Thursday, October 9, 2008
रायसुमारी के बाद भाजपा के दावेदारों की निगाह अब भोपाल की और
आष्टा 8 अक्टूबर (नि.प्र.)। आष्टा विधानसभा क्षेत्र से किसे प्रत्याशी बनाया जाय इसको लेकर प्रदेश संगठन ने कार्यकर्ताओं की राय जानी गत दिवस आष्टा में मंत्री विजयशाह ने विश्रामगृह पर कार्यकर्ताओं से प्राप्त हुई राय को बन्द लिफाफे में भोपाल ले गये और संगठन को आष्टा से प्राप्त राय को सौंप दिया। आष्टा सहित म.प्र. की सभी 230 विधानसभा क्षेत्र की राय भोपाल पहुंच चुकी है अब रायसुमारी के बाद आष्टा के दावेदारों की निगाह भोपाल की ओर लगी हुई है कई दावेदार तो रायसुमारी के दूसरे दिन ही भोपाल अपने नेता के पास भी पहुंचे है। वही रायसुमारी के बाद दावेदार और उनके यसमेन अब उक्त सूची को सामने रखकर गणित निकाल रहे है की मेरे पक्ष में कितनों ने प्रथम द्वितीय या तृतीय वरीयता पर नाम लिखा होगा। कई दावेदार जो विधायक बनने का सपना देख रहे है उसमें से कईयों के चेहरे गणित में जो स्थिति नजर आई है तो चहरे उतारे हुए है वही कई नये दावेदार इसी बात में खुश है की पैनल जो तीन की मांगी थी रायसुमारी से हमारा कही ना कही नाम तो आया है। खबर है कि उक्त रायसुमारी टिकिट वितरण में प्रदेश के सामने महत्वपूर्ण रोल अदा करेगी क्योंकि भाजपा संगठन इस बार कही से भी कार्यकर्ताओं को ना ही उपेक्षित करना चाहता है और ना ही उनकी राय को नजर अंदाज करना चाहता है देखना है रायसुमारी किसके लिए कितनी फायेमंद साबित होती है। लेकिन रायसुमारी के बाद मजे लेने वाला गुट काफी परेशान नजर आ रहा है।