Saturday, October 11, 2008

1000 का नकली नोट काण्ड : एक बैंक ने कहा नकली है दूसरी ने कहा असली

सीहोर 10 अक्टूबर (नि.सं.)। छोटा-मोटा नोट हो और मामला असली-नकली का हो जाये बात धकती भी है लेकिन यहाँ तो सीधे भारत सरकार की सबसे बड़ी मुद्रा के रुप में स्थापित 1000 के नोटों को एक बैंक से सिरे से नकली घोषित कर दिया जबकि दूसरी बैंक ने स्पष्ट कह दिया कि साहब यह असली आप चाहो तो हम जमा कर लेते हैं....जिस बैंक ने इन नकली नोटों का प्रसारण किया था उस बैंक का कहना है कि यह नोट असली हैं।
पंजाब बैंक के एक उपभोक्ता स्टेशनरी के संचालक ने कल आवश्यक कार्य से एक बड़ी रकम 35 हजार रुपये खाते से निकाली थी। इस रकम में 1000 के भी कुछेक नोट शामिल थे, यह रकम सीधे लेकर इन्हे किसी अन्य संस्था के खाते में इन्हे जमा करने जाना था व्यापारिक लेन-देन के इस क्रम में यह राशि लेकर आईसीआई बैंक में पहुँचे और वहाँ बैंक में संबंधित फर्म के खाते में इन्होने रकम जमा करवा दी। लेकिन जैसे ही इन्होने रकम जमा की वहाँ 1000 के दो नोट इनकी रकम में से बैंक के लेखापाल चेतन ने नकली बता दिये।
जब स्टेशनरी के उपभोक्ता ने यह पूछा कि यह नोट नकली कै से हो गया ? यह तो हम सीधे पंजाब नेशनल बैंक से निकालकर लाये हैं तब उन्हे लेखापाल चेतन ने बताया कि यह नोट नकली हैं, इसकी पहचान भी बताई और कहा कि कृपया या तो आप हमारे यहाँ का एक फार्म भर दें जिससे हम इसे ले सकें वरना नोट बदलकर जमा करायें।
जब एक बैंक से ही उन्हे नकली नोट मिले थे तो मजबूरन स्टेशनरी के संचालक वापस पंजाब नेशनल बैंक गये और वहाँ के लेखापाल को बताया कि आपके द्वारा दिये गये उक्त 2 नोट जो 1000 रुपये के हैं वह नकली हैं तब उन्हे पंजाब बैंक द्वारा कहा गया कि यह नोट तो एकदम असली हैं और यदि आप चाहें तो हम इन्हे वापस जमा करके इसकी पुष्टि भी कर सकते हैं। नोट नकली होने की तो कोई बात ही नहीं हैं।
इस प्रकार एक बैंक ने तो इस नोट को नकली बता दिया और दूसरी ने इसे लगातार असली ही बताया। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रसारित और भारत सरकार की सबसे बड़ी मुद्रा की पहचान के मामले में दो बैंकों के बीच इस प्रकार की असमंजस स्थित यदि रहेगी तो फिर आम उपभोक्त और नागरिक कैसे इस नोटों की पहचान कर सकेंगे इस विचारणीय प्रश् है।
इस संबंध में अभी तक कोई भी विभाग या पुलिस सामने नहीं आई है।