Friday, September 5, 2008

दाऊ को मोबाइल बंद करना महंगा पड़ा

सीहोर 4 सितम्बर (नि.सं.)। कल राकेश राय नगर पालिका अध्यक्ष पद पर पुन: काबिज होने के लिये माननीय उच्च न्यायालय का आदेश लेकर यहाँ आये हुए थे। इधर मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री परिहार खासे व्यस्त थे और उन्हे आवश्यक कार्य के लिये लेखापाल श्री हरिभान सिंह उर्फ दाऊ की आवश्यकता थी। उन्होने एक बार नहीं बार-बार काफी देर तक दाऊ को मोबाइल लगाया लेकिन मजाल है कि दाऊ का मोबाइल उठ जाता। आदत के अनुसार श्री दाऊ ने अपना मोबाइल बंद कर रखा था। इससे श्री परिहार खासे नाराज हो गये थे। और नाराजगी में ही उन्होने दाऊ को भी एक नोटिस थमा दिया जिसमें उल्लेख था कि जब आपसे कार्यालयीन समय में सम्पर्क करने के लिये आपके बताये मोबाइल नम्बर पर प्रयास किये गये तो आपने उसे नहीं उठाया, क्यों ना आपका निलंबन कर दिया जाये...। ऐसा ही कुछ नोटिस जब दाऊ आये तो उन्हे श्री परिहार ने काफी नाराजगी के साथ थमा दिया और कहा कि जाईये।
दाऊ दुखी मन से यहाँ नगर पालिका के ही एक कक्ष में जाकर बैठ गये। करीब 10-15 मिनिट बाद अचानक मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री परिहार ने दाऊ को फिर मोबाइल लगाया, अब दाऊ का मोबाइल खुला था, उन्होने तत्काल उठाया, उधर से श्री परिहार ने बड़े ही चुटीले और मीठे अंदाज में कहा कि कहाँ हो भाई, जल्दी आओ...। बस श्री परिहार का इतना कहना था कि दाऊ के चेहरे पर फिर खुशी लौट आई।


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