सीहोर 28 सितम्बर (नि.सं.)। कल जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस ने एक नगर के समस्त बैंक मैनेजरों की एक बैठक बुलाई थी। जिसमें नकली नोटों के खिलाफ रणनीतियाँ तय की गई। इसमें बैंक कर्मियों की सहायता लेकर नकली नोटों के कारोबार पर अंकुश लगाने की योजना बनाई गई है। बैंक मैनेजरों से बातचीत के दौरान उन्हे पुलिस अधिकारियों ने अपने मोबाइल नम्बर भी दे दिये हैं ताकि जैसे ही कोई ऐसा व्यक्ति बैंक में आये जिसके पास नकली नोट मिलें उसकी सूचना भी बैंक कर्मी पुलिस को कर सकें।
उधर एक 27 लाख रुपये की विशाल राशि से मशीन भी सीहोर में उपलब्ध हो गई है जिसमें नकली नोट की जांच तत्काल की जा सकेगी। अब पुलिस के अभियान में बैंकों के ग्राहकों को क्या परेशानी सामने आती है यह तो समय ही बतायेगा।
जानकारी के अनुसार कल पुलिस नियंत्रण कक्ष कोतवाली थाना में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस उमेश शर्मा ने नगर में नकली नोटों के कारोबार और उनसे आये दिन हो रहे अपराधों से निपटने के लिये एक बैठक रखी थी। आर्थिक अपराधों और देश की नकली मुद्रा चलाने वालों के खिलाफ बुलाई गई इस बैठक में समस्त राष्ट्रीय कृत बैंकों के मैनेजरों को बुलाया गया था। बैंक मैनेजरों से हुई बैठक में पुलिस ने अपने गुर सिखाये कि किस प्रकार बैंक नकली नोटों के संचालन को रोकने में सफल हो सकते हैं। यहाँ विभिन्न बैंक के मैनेजरों ने अपने-अपने मत भी प्रकट किये तथा बताया कि बैंकों को किस प्रकार नकली नोट के संचालन रोकने में दिक्कत आती है और अब तक वह लोग किस प्रकार इससे बचते हैं।
पुलिस ने बताया कि स्टेट बैंक आफ इण्डिया में एक विशाल 27 लाख रुपये की मशीन लगी हुई है। इस मशीन में यदि कोई भी नोट की ऐसी गड्डी फंसाई जाये जिसमें एक भी नकली नोट है तो मशीन उसी स्थान पर काउंटिंग रोक देती है जहाँ नकली नोट है और नोट आसानी से पकड़ा जाते हैं। उन्होने बताया कि यदि आपको भी किसी नोट की गड्डी पर शक हो तो उसे इस मशीन पर निशुल्क रुप से जांच कराई जा सकती है ताकि नकली नोटों का चलन रोका जा सके। पुलिस अधिकारी श्री शर्मा ने बताया कि यदि बैंक में कोई ऐसा संदिग्ध व्यक्ति आये जो बड़े नोट लाया है तो उस पर ध्यान दें, उसके नोट अच्छे से जांच-परखे साथ ही यदि गड़बड़ी हो तो तत्काल पुलिस को सूचना दें। इसके लिये उन्होने पुलिस विभाग के आला अफसरों के नम्बर भी इन बैंक मैनेजरों को उपलब्ध कराये।
बैंको में चोरों के प्रवेश पर अलार्म बजने की जो व्यवस्था रहती है उसे हर स्थिति में दुरुस्त करने की बात भी कल पुलिस विभाग ने कही। ताकि कोई बड़ी आपराधिक घटना होने से बचा जा सके।