Tuesday, September 16, 2008

शिवना ने काव्य गोष्ठी कर हिन्दी दिवस मनाया

सीहोर 15 दिसम्बर (नि.सं.)। जिले की अग्रणी साहित्यिक संस्था शिवना ने एक साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन कर हिन्दी दिवस मनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार दादा कृष्ण हरि पचौरी ने की जबकि मुख्य अतिथि के रुप में ब्लाक पत्रकार संघ के अध्यक्ष अनिल राय उपस्थित थे।
वरिष्ठ साहित्यकार नारायण कासट के निवास पर आयोजित गोष्ठी का शुभारंभ अतिथियों ने माँ सरस्वती का पूजन अर्चन करके किया। युवा कवि जोरावर सिंह ने माँ सरस्वती की वंदना अर्चन वंदन माँ का सस्वर पाठ किया। गोष्ठी में उपस्थित व्यंग्यकार ब्रजेश शर्मा ने हिन्दी तो मेरे देश की भाषा है दोस्तों सरकार का तो लेकिन तमाशा है दोस्तों सहित कई रचनाएं पढ़ी। गीतकार रमेश हठीला ने संत अब अनंत हो गये कव्वे सब संत हो गये रचना का सस्वर पाठ किया। युवा कवि जोरावर सिंह ने मातृभाषा बोलने पर दंड भोगना पड़े ऐसा तो नहीं लिखा कहीं संविधान में गीत में वर्तमान चित्रण किया। व्यंग्यकार ओम प्रकाश तिवारी ने राम राय नहीं है फिर भी रामभरोसे चलता देश में व्यवस्था पर करारा व्यंग्य किया।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे कवि पंकज सुबीर ने कौड़ियों में बिक रही संसद है मेरे मुल्क की गजल का पाठ किया। कृष्ण हरि पचौरी ने लोकगीत मेरी बारी रे उमरिया ब्रजराज ने छली सहित कई गीत पढ़े। वरिष्ठ साहित्यकार नारायण कासट ने हिंदी के सम्मान में तुलसी के जागरण मंत्र सी मीठी लोरी सूर की सहित कई मुक्तक पढ़े। अंत में आभार ब्रजेश शर्मा ने व्यक्त किया।