Tuesday, September 16, 2008

12 दुकानों के ताले टूटे, 3 लाख की चोरी सुरक्षित व्यापारिक क्षेत्र गल्ला मण्डी में घटी घटना, एक रात में 36 से अधिक ताले तोड़ गये चोर...

सीहोर 15 सितम्बर (नि.सं.)। गल्ला मण्डी आज सुबह उस समय स्तब्ध रह गई जब पता चला कि यहाँ 2-4 नहीं बल्कि 12 दुकानों के ताले टूटे हैं और अंदर गल्ले पर अज्ञात चोरों ने बड़ी ही कुशलता के साथ हाथ साफ कर दिया है। एक साथ 12 दुकानों की शटर के ताले टूटने की सनसनीखेज घटना ने मण्डी व्यापारियों के आक्रोश का पारा चढ़ा दिया। गल्ला व्यापारी संघ ने संयुक्त रुप से पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर व मण्डी कार्यालय में इसकी शिकायत की। वहीं पुलिस को एक संयुक्त शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस धारा 457, 380 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। इतनी बड़ी चोरी से पुलिस भी स्तब्ध रह गई। पुलिस अधीक्षक ने स्वयं निरीक्षण भी किया। देखते हैं क्या पुलिस कुछ कर पाती है या नहीं। चोरी की वारदात कुशल चोरों द्वारा किये जाने के संकेत हैं।
आज सुबह जैसे ही सूर्य की रोशनी मण्डी प्रांगण में आई वैसे ही यहाँ कुछ समय बाद एक बडी घटना का अंदेशा सामने आ गया। कुछ ही देर में दिखने लगा कि अनेक दुकानों की शटर के ताले टूटे हुए हैं। तत्काल व्यापारियों को सूचना दी गई। जब व्यापारी आये देखा तो पता चला कि करीब 12 दुकानों के एक ही रात में ताले टूट गये हैं। इन दुकानों के अंदर से चोरी भी हो गई। इतनी बड़ी चोरी देखक र एक बारगी लोगों ने दांतो तले अंगुली दबा ली। आखिर कितने चोरों ने यह कमाल दिखाया है यह सोचने पर सब मजबूर हो गये।
हर दुकान की शटर के पास ही ताले पड़े थे जो बड़े ही हुनरमंद तरीके से उचकाये गये थे। इन पर यादा निशानात नहीं थे। जबकि तालों की मजबूती बहुत अधिक थी। यहाँ लखमशी नाकसी शाह, राजकुमार एण्ड कम्पनी, अनिल ट्रेडर्स, संजय कुमार राजकुमार, सुरेन्द्र ट्रेडिंग कम्पनी, नवीन ट्रेडिंग कम्पनी की दुकानों के ताले तोडे ग़ये थे जिनकी कुल 12 दुकाने थी।
चोरों ने इस बात का ध्यान रखा था कि कौन-सी दुकानें नियमित रुप से खुल रही हैं। यहाँ कुछ प्रतिष्ठित फर्मों की दुकानें विगत 2 माह से नहीं खुल रही हैं तो वहाँ के ताले नहीं तोड़े गये जबकि उन्ही दुकानों के ताले तोड़े गये जो नियमित रुप से खुल रही हैं इससे स्पष्ट है कि अज्ञात चोर मण्डी के विषय में पहले से सबकुछ समझता था।
अज्ञात चोरों ने इन दुकानों की शटर के ताले तोड़कर सीधे अंदर का सामान बिना छेडे सिर्फ गल्ले पर हाथ साफ किया। गल्ले की गोदरेज की अलमारियाँ भी हुनरमंद चोरों ने संभवत: एक ही झटके में तोड़ ली और माल साफ कर लिया। जहाँ उन्हे यादा माल नहीं मिला वहाँ संभवत: उन्होने आक्रोश निकाला और इसके लिये वहाँ रखे कीमति टेलिफोन सेट, केल्क्यूलेक्टर कम्प्यूटर व अन्य सामान तोड़ फोड़ गये।
अब प्रश् उठता है कि क्या मण्डी में कोई सुरक्षा गार्ड नहीं है ? तो आज गल्ला मण्डी व्यापारी संघ का यादा आक्रोश तो इसी बात पर था कि यहाँ विगत लम्बे समय पर्याप्त सुरक्षा गार्ड नहीं है। यहाँ सुरक्षा गार्ड को एक साल से अधिक समय से वेतन नहीं दिया गया है। रात के समय एक-दो सुरक्षा कर्मी रहते हैं वो भी कल नहीं थे। इस प्रकार सुरक्षा की व्यवस्था नहीं थी।
12 दुकानों में करीब 40 से अधिक मजबूत उन्नत किस्म ताले अज्ञात चोरों ने तोड़ दिये। जिससे लगता है कि बहुत लम्बे समय तक चोर यहाँ उपस्थित रहे और चोरी का कार्य उन्होने पूरे सुकून के साथ किया। यहाँ चोरों की खाने-पीने के चिन्ह भी मिले हैं। कुछ शराब की बाटल आदि भी अलग से पड़ी मिली है।
अंधेरे में डूबी थी मण्डी
यहाँ लम्बे समय से मण्डी प्रांगण में जो स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था है वह खराब पड़ी है। सूर्यास्त के बाद यहाँ अंधेरा घुप्प हो जाता है जिसका भी पूरा फायदा चोरों ने उठाया और बजाय सेंधमारी करने के उन्होने सामने से सरेआम ताले उचकाये। यहाँ स्ट्रीट लाईट भी बंद पड़ी है जिससे चोरों के हौंसले बढ़ गये होंगे। आज व्यापारियों के आक्रोशित होने तथा ज्ञापन देने के बाद शाम के समय मण्डी कार्यालय द्वारा यहाँ स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था आंशिक रुप से दुरुस्त कराई गई।
मण्डी व्यापारियों ने आज पुलिस अधीक्षक, जिलाधीश कार्यालय में श्रीमति भावना बालिम्बे व कृषि उपज मण्डी समिति कार्यालय में उपरोक्त संदर्भ में एक ज्ञापन सौंपा तथा कार्यवाही की मांग की। साथ ही पुलिस थाने में भी चोरी की शिकायत की। मण्डी थाने ने सारी चोरियाँ का एक ही मामला बना लिया है जिसमें चोरी गये मशरुका की जानकारी व उसकी कीमत भी नहीं लिखी गई है। गल्ला मण्डी व्यापारियों के अनुसार करीब 3 लाख रुपये से अधिक की चोरी हुई है। विशेष रुप से 8 चौकीदार रात रजिस्टर में उपस्थित दर्ज पाये गये हैं लेकिन सुबह पुलिस को मात्र 6 चौकीदार ही यहाँ उपस्थित मिले।


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