Wednesday, July 2, 2008

तेल दाल चावल के बाद मंहगाई की मार अब बरसाती, छतरी, कपड़ों पर

आष्टा 1 जुलाई (नि.प्र.)। लगातार मंहगाई की मार झेल रहा खाद्य बाजार के बाद अब मंहगाई का असर अन्य वस्तुओं पर नजर आने लगा है। कुछ दिनों पूर्व केन्द्र सरकार ने पेट्रोल डीजल गैस पर जो मूल्य वृध्दि की उसका असर अब कपड़ा बाजार, बरसाती एवं छतरियों पर नजर आने लगा है। आष्टा में बरसाती एवं छतरी का थोक एवं खेरची व्यापार करने वाले महेन्द्र जैन (श्री मोढ़) ने फुरसत से चर्चा में बताया कि जो अचानक तेजी इस वर्ष छतरी और बरसाती पर आई है वो पहले कभी नहीं आई थी जैन इस तेजी के पीछे पेट्रोल-डीजल के भावों में जो केन्द्र सरकार ने वृध्दि की उसे प्रमुख कारण मानते हैं। श्री जैन ने बताया कि 8 तान की छतरी में 8 से 10 रुपये की एवं 12 तान की छतरी में 15 से 20 रुपये की तेजी आ गई है वहीं बरसात में गरीब के घर की छत जो टपकती है उसे वो बरसाती से ढकता है लेकिन इस बार घरों को ढंकना मंहगा पड़ रहा है क्योंकि बरसाती की कीमतों में 10 से 20 रुपये की तेजी आ गई है। इसी प्रकार जो छोटी थैली या प्लास्टिक की थेली आती है उनके भावों में 20 से 25 रुपये किलो की तुफानी तेजी आ गई है। कपड़ा बाजार में भी तेजी का रुख बना हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार साड़ियों में 5 से 10 रुपये की वृध्दि एवं काटन कपड़े में 2 से 5 रुपये की तेजी आई ऐसा कपड़ा व्यापारी बता रहे हैं।