Friday, July 25, 2008

बढ़ियाखेड़ी में जंगली सियार का आतंक, 2 युवक घायल युवक दिन भर लट्ठ लेकर घूमते रहे

सीहोर 24 जुलाई (नि.सं.)। यहाँ बढ़ियाखेड़ी में लम्बे समय बाद किसी जंगली सियार का आतंक छाया है। दो दिन से इस सियार ने 2 लोगों को अपना शिकार बना लिया है। जबकि कई लोग इससे बच गये हैं। आज दिनभर यह कई बार पटेल साहब के बगीचे के आसपास नजर आया जिसका लट्ठ लेकर घूम रहे स्थानीय युवकों ने पीछा किया लेकिन हर बार छुप गया। सियार ने दो कुत्तों को भी भमोड़ दिया है। क्षेत्र में दहशत की स्थिति बनी हुई है।
राजाराम उर्फ पप्पु पुत्र कालूराम राय, बगीचे वाले बढ़ियाखेड़ी निवासी 20 वर्षीय युवक को कल अचानक जब वह अपनी मोटर देख रहा था तब सामने एक सियार आ गया। सियाल बड़े कद काठी का था उसने पप्पु को देखते ही उस पर सीधा हमला कर दिया। पप्पु संभल पाता उसके पहले ही उसके एक हाथ में सियाल के दांत गड़ चुके थे। दूसरे में भी सियार ने काट खाया। बमुश्किल पप्पु इससे बचा और उसे भगाने में सफल हो सका। यह घटना कल दोपहर की है। इसके बाद सियार ने एक कुत्ते को अपना निशाना बनाया और उसे घायल कर दिया।
कल शाम तक जंगली सियार जो अचानक हमला कर रहा है पागल कुत्ते जैसी स्थिति उसकी नजर आ रही है उसने नीलेश राय पुत्र गंगा प्रसाद राय को भी अपना निशाना बनाया। नीलेश बड़ा मंदिर के पीछे कहीं खड़ा था यहाँ तक सियार आ गया था यहीं नीलेश के पैर में काट खाया। दोनो घायलों ने अपने-अपने स्तर पर चिकित्सालय में इलाज कराने पहुँचे तो यहाँ 350 रुपये के महंगे इंजेक्शन इन्हे लगवाये गये। मजबूर दोनो घायलों ने इतने महंगे इंजेक्शन लगवाये। जबकि अस्पताल प्रशासन हमेशा कहता है कि हमारे पास सारी दवाईयाँ है फिर यह इंजेक्शन बाजार से खरीदवाये गये।
आज पटेल साहब के बगीचे व सामने कालूराम राय के बगीचा क्षेत्र के आसपास दिनभर सियार घूमता नजर आया। आज भी यह युवक पर लपका था लेकिन वो पूरी ताकत से भागकर इससे बच निकला।
इसके बाद स्थानीय युवकों ने हाथों में लट्ठ लेकर सियार का पीछा किया उससे सामना भी हुआ लेकिन सियार बच गया। देखते हैं वन विभाग इस संबंध में क्या मदद करता है। बढ़ियाखेड़ी निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक लक्ष्मीनारायण राय ने कहा कि शासन को इंजेक्शनों की व्यवस्था करनी चाहिये, ताकि आम व्यक्ति इलाज आसानी से करा सके।
जानकारी के अनुसार उपरोक्त दोनो घायल आज उजैन में देशी इलाज के लिये भी गये हुए हैं।


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