Saturday, July 26, 2008

सारंगपुर केजीप वालों पर पुलिस आखिर क्यों हुई मेहरबान

आष्टा 25 जुलाई (नि.प्र.)। इन दिनो आष्टा क्षेत्र में अज्ञात चोरों ने ट्रांसफार्मरों की चोरी का एक अभियान छेड़ रखा हे विद्युत मंडल इन चोरों से परेशान है वहीं वे जब रिपोर्ट थाने भेजते हैं तो बड़ी मुश्किल से लिखी जाती है। लगातार कुछ दिनों से क्षेत्र में हो रहे इन ट्रांसफार्मरों की चोरी के बाद अब ग्रामीण जागरुक हो गये हैं तथा वे अपने-अपने ग्राम क्षेत्र खेतों पर लगी इन डीपी की देखरेख कर रहे हैं दो दिन पूर्व ग्राम मूंडला में एक डीपी के नीचे 1से 2 बजे के बीच एक जीप आकर रुकी तो जाग रहे ग्रामीणों ने उक्त जीप को देखा तो उन्हे लगा यह डीपी चोर ही हो सकते हैं ग्रामीण एकत्रित होकर जब वहाँ आते नजर आये तो जीप में आये 10-12 लोग सवार होकर भाग गये।
ग्रामीणों की शंकर को बल मिला उन्होने तत्काल आष्टा पुलिस को सूचना दी पुलिस ने रात में उक्त जीप को पकड़ लिया और थाने ले गये दोपहर तक उक्त जीप थाने में थी लेकिन उसके बाद अचानक उक्त जीप और उसमें आये लोग चले गये। आखिर उक्त जीप कहाँ की थी ? जीप में इतने लोग रात्री में क्या कर रहे थे ? ग्रामीणों को आते देख क्यों भागे ? पुलिस ने जब पकड़ा तो क्यों छोड़ा यह सब कई प्रश्‍नों को जन्म दे रहा है।
पुलिस का मत- इस संबंध में टीआई अतीक खान का कहना है कि उक्त जीप में सवार लोग सारंगपुर के थे उनके पास मछली पकड़ने का सामान था सारंगपुर से उनकी जानकारी ली उनका वहाँ कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं पाया गया इसलिये उन्हे दोपहर में छोड़ा गया। टीआई के मत के अनुसार जब उनके पास मछली पकड़ने का सामान था याने की वे मछली पकड़ने आये थे मछलियाँ भी पकड़ी होगी क्योंकि पकड़ने इतनी रात में जो जाते नहीं जब मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगा है तो उन पर इसी मामले का प्रकरण तो दर्ज किया ही जा सकता था ? लेकिन ऐसा भी नहीं किया याने की मेहरबानी पूरी की गई।