Friday, July 25, 2008

कटौती से परेशान ग्रामीणों ने मैना मंडल कार्यालय में आग लगाई

मैना 24 जुलाई (नि.प्र.)। लगातार विद्युत कटौती एवं बार-बार सुधार का आश्वासन देने के बाद भी मैना में बिजली कटौती में कोई सुधार नहीं होने पर जब आज सेकड़ो ग्रामीण जुलूस के रुप में मैना मंडल कार्यालय पहुँचे तो कार्यालय बंद मिला। बंद कार्यालय देख ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा और भीड़ ने कार्यालय की बंद शटर ऊंची कर उसमें रखा रिकार्ड आग के हवाले कर दिया। मैना चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों के कारण हादसा बड़ा घटने से बच गया। मैना में मंडल कार्यालय को आग के हवाले करने की खबर जिला मुख्यालय पर बैठे अधिकारियों तक पहुँची तत्काल आष्टा से एसडीओपी मनु व्यास सादल बल के मैना पहुँचे। जिलाधीश डी.पी.आहूजा एवं जिला पुलिस अधीक्षक डॉ.राजेन्द्र प्रसाद ने मैना में घटी उक्त घटना को गंभीरता से लेते हुए उपद्रवियों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज 11.15 बजे विद्युत कार्यालय पर भीड़ पहुँची। भीड़ को देखकर कार्यालय में उपस्थित लाईन मेन एवं आफिस बंद कर भाग गये। उपस्थित नागरिकों ने पहले पथराव शुरु किया उसके बाद कार्यालय का शटर तोड़कर अंदर घुसे। अंदर से सारा रिकार्ड फाईलें बाहर लाकर आग के हवाले किया। कार्यालय में रखा फर्नीचर गोदरेज की अलमारी आदि भी तोड़ फोड़ दी। जिस वक्त घटना घटी उस वक्त सुपरवाईजर कैलाश नारायण ठाकुर उपस्थित नहीं थे।
स्मरण रहे सोमवार को मैना के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विद्युत कटौती के खिलाफ सुपर वाईजर को एक ज्ञापन सौंपा था आश्वासन के बाद जब समस्या हल नहीं हुई तो बड़ी संख्या में लोगों ने विद्युत मण्डल कार्यालय पहुँचकर उक्त उपद्रव किया। आश्वासन के बाद भी विद्युत नहीं आने पर ग्रामीणों ने मण्डल कार्यालय के सामने एकत्र हुए तब कोई अधिकारी सामने नहीं आया। मैना पुलिस ने मण्डल के क्लर्क कैलाश सोलंकी की शिकायत पर विक्रम, अर्जुन, देवकरण, सुनील, भोपाल सिंह, सुरेश, हमीद खां, आशिक खां, सुरेश, मोहन, अजब खां, राजा, राकेश, मनोहर, राजा राम, तोशी खां, मुकेश, कमलेश, लखन, याकूब खां के खिलाफ धारा 353, 147, 448, 435, 427, लोक सम्पत्ति नुकसानी अधिनियम 1984 की धारा 34 के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचन में लिया है।


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