Sunday, June 8, 2008

एड्स पीड़ित महिला की जचकी के लिये पात्र नहीं सीहोर, फिर हुआ आपरेशन, नहीं दी आवश्यक दवाएं

सीहोर। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार जिस माँ को एड्स होता है उसे प्रसव के समय और जन्म के 72 घंटो के भीतर उसे नवजात शिशु को नेविरापाइन की एक-एक खुराक दी जाती है। प्रसव वेदना के दौरान अत:शिरा माध्यम से माता को तथा जन्म के 6 सप्ताह के भीतर शिशु को जिडोवुडाइन भी दी जाना आवश्यक है इससे एड्स के संचरण का खतरा कम होता है। यदि जिडोवुडाइन प्रसव के समय दी जाती है खतरा आधा ही रह जाता है। इसके अलावा सबसे बड़ा खतरा नवजात शिशु के लिये माँ का स्तनपान करना होता है क्या उसके लिये सीहोर की संबंधित एड्स महिला को सावधान किया गया ? इस संबंध में जिला स्वास्थ्य अधिकारी एक बारगी जांच करने की आवश्यकता है।