Saturday, May 17, 2008

कहाँ गई अनाज की वो वोरियों की ट्राली जो पटवा के सामने आई थीं....क्या हुआ है घपला जांच की आवश्यकता

सीहोर 16 मई (वि.सं.)। अन्नपूर्णा योजना के तहत जहाँ-जहाँ भी प्रदेश के मंत्री-संत्री व वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने उद्धाटन किये वहाँ अनाज से भरी एक सफेद झक बोरी उपस्थित ग्रामीणों को दी गई। इस प्रकार की अनाज की बोरियाँ सीहोर में जब सुन्दर लाल पटवा संबंधित योजना का उद्धाटन करने आये थे तो भारी मात्रा में आई थीं कार्यक्रम स्थल पर भी पहुँच गई थीं लेकिन वो बिना बंटे ही आखिर कहाँ गायब हो गई हैं आज तक यह किसी को समझ नहीं आ सका है। अन्नपूर्णा योजना के तहत नगर में चर्च मैदान पर भारी भीड़ जमा की गई थी। हालांकि उनसे क्या-क्या बोलकर उन्हे लाया गया था यह तो सर्वविदित है ही। जिला प्रशासन की उक्त हरकत से पूरे ग्रामीण क्षेत्रों में मध्य प्रदेश शासन की हरकत के खिलाफ आक्रोश भरा गया था। और ग्रामीण शासन को कोस रहे थे। फिर यहाँ जो भोजन मिला और उसकी मारा-मारी में कईयों को नहीं मिला और जो मिला वो भी ऐसा भोजन मिला कि भीषण गर्मी में वह दिक्कत वाला ही साबित हुआ। लेकिन अब एक नई बात फिर सामने आ गई है। इस दिन भाजपा वयोवृध्द बुजुर्ग नेता सुन्दरलाल पटवा जो अपनी अस्वस्थता के बावजूद प्रदेश शासन की एक अच्छी योजना के लिये सार्वजनिक रुप से एक कार्यक्रम में उपस्थित होने आये थे उन्होने यहाँ अनाज की बोरियाँ भी बांटी। लेकिन यहाँ मात्र 8-10 बोरियाँ की अनाज की बंटी। हालांकि पूरी ट्राली यहाँ भरी हुई खड़ी थी जिसका विश्वास था कि निश्चित ही वह बोरियाँ भी बांटी जायेंगी लेकिन कार्यक्रम की समाप्ति कब हुई यह समझ नहीं आ सका और उसके बाद जब अनाज से भरी सफेद बोरियों की ट्राली देखी गई तो वह भी वहाँ कहीं नजर नहीं आई। आखिर वह ट्राली अचानक कहाँ गायब हो गई ? किसके यहाँ चली गई ? किसके गोदाम या दुकान पर खाली हो गई ? यह जांच का विषय है।