
यह सम्मेलन विश्व के सभी बड़े नेता, विचारक, कलाकार, वैज्ञानिक, धार्मिक व आध्यात्मिक गुरू तथा नई पीढ़ी के युवाओं के विचारों पर केन्द्रित रहेगा । इस्राईल के राष्ट्रपति शिमोन पेरेस ने अपने निमंत्रण पत्र में कहा है कि डा. स्वामी अवधेशानन्द गिरि महाराज के सान्निध्य में फेसिंग टूमारों नामक संगोष्ठि अवश्य ही अपने सुपरिणाम के फल लेकर आयेगी ।
इस्राईल के राष्ट्रपति स्वामी जी से अत्यंत प्रभावित है । तथा स्वामी जी ने हाल में किए गए इस्राईल प्रवास के दौरान इन्डो-ज्यूइश बैठक की अध्यक्षता की थी । इस सम्मेलन में नौ सूत्रीय बिन्दूओं के श्वेत पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसे हिन्दू आचार्य सभा के सम्माननीय सदस्य तथा ज्यूइस रब्बाईयों की सहमति प्राप्त हुई थी ।
इस्राईल में होने वाले इस महान कार्यक्रम में विभिन्न राष्ट्राध्यक्षों जैसे- संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश सहित, इंग्लैण्ड, फ्रांस, रु स आदि के राष्ट्राध्यक्ष एवं जाने माने वैज्ञानिक, कलाकार एवं धार्मिक गुरूओं व नेताओं के आने की सहमति मिल चुकी है । यह हमारे सम्पूर्ण भारत के लिए गौरव की बात है कि आज संपूर्ण विश्व मार्गदर्शन के लिए भारत के आध्यात्मिक गुरूओं की ओर निहार रहा है । डा. स्वामी अवधेशानन्द गिरि महाराज अपने प्रवास के दौरान हाईफा विश्वविद्यालय भी जायेंगे । स्वामी जी को इसके पश्चात अमेरिका में होने वाले वर्ल्ड पीस कौउंसिल में भी आमंत्रित किया गया है। डा. स्वामी श्री गिरि महाराज अपने विविध आध्यात्मिक व सामाजिक कार्यो, शान्ति एवं सर्वधर्म सम्भाव, जल संसद व अपनी सरल, सुगम एवं वैज्ञानिक सौच की वजह युवा तथा जन मानस को अत्याधिक लोकप्रिय है । स्वामी जी वर्ल्ड कौउंसिल आफ रिलिजियस लीडर्स के सम्मानीय सदस्य चुने गये है । वे अपनी यात्रा के दौरान ज्यूइश समुदाय के धर्मावलम्बियों के प्रमुख रब्बीयों से भी मिलेंगे । स्वामी जी 12 मईको सम्मेलन में भाग लेने हेतू इस्राईल प्रस्थान कर रहे है ।