Thursday, May 29, 2008

सुरक्षा की दृष्टि से, अस्पताल के पीछे के सभी गेट बंद होंगे

आष्टा 28 मई (नि.प्र.)। सुरक्षा की दृष्टि से स्थानीय सिविल अस्पताल के पीछे के गेट बंद किए जाएंगे । अस्पताल की साफ सफाई के लिए ठेका दिया वही खुल्ले पैसे के अभाव के चलते ओपीडी का शुल्क पच्चीस प्रतिशत बढ़ा दिया गया है । यह निर्णय रोगी कल्याण समिति की कार्यकारिणी बैठक में अनुविभागीय अधिकारी श्रीमति जी.व्ही.रश्मि की व कार्य समिति की अध्यक्षा में लिया गया ।
रोगी कल्याण समिति कार्यकारिणी की बैठक में अस्पताल की साफ-सफाई हेतू प्राप्त चार टेंडरों में से मखमलसिंह डूमाने पार्षद का 3950 रुपया प्रतिमाह का टेंडर सबसे कम होने पर स्वीकृत किया गया । अस्पताल के वार्डो व प्रागंण की नित्य दो बार झाडू लगाई जाएगी तथा वार्डो में पोछा भी लगाया जाएगा । बैठक में पेंशनर्स व अन्य दवा खरीद हेतू टेंडर बुलाने, बिजली व इन्वेटर, आईसीयू वार्ड का एसी सुधरवाने तथा कपड़े धुलवाने की दर का पुन: निर्धारण हेतू कोटेशन बुलवाने का निर्णय किया गया । यूनानी औषद्यालय में शीशी, डिस्पोजल आदि सामान खरीदने के लिए तीन हजार रुपया स्वीकृत किया गया । ईसीजी मशीन को रिपेयर कराने के अलावा अन्य बिंदुओ पर भी चर्चा कर निर्णय लिया गया ।
एम्बूलेंस पर समिति का खर्चा न करें बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि प्रतिमाह एम्बुलेंस पर डीजल आदि का चालीस ब्यालीस हजार रुपया खर्च होता है, जो रोगी कल्याण समिति से दिया जाता है, सभी सदस्यों ने इस पर अपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि एम्बुलेंस का खर्चा शासन वहन करें । रोगी कल्याण समिति का रुपया अस्पताल की मूलभूत सुविधाओं पर खर्च होना चाहिये ।
आईसीयू वार्ड से इन्वेटर बेटरी चोरी डयूटी स्टापं से बसूला जावे ।
उक्त बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि आईसीयू वार्ड में लगा इनवेटर और बैटरी चोरी के लिए उस दिन डयूटी स्टांफ को नोटिस शौकाज जारी कर प्रतिमाह उनसे वेतन से रुपया वसूला जावे । अब आठ रुपया के स्थान पर दस रुपया लगेंगे, बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि खुल्ले पैसे के अभाव में ओपीडी बाह्य रोगी के लिए आठ रुपये पर विवाद होता रहता है । अत: यह राशि आठ रुपये के स्थान पर दस रुपया की जावे ।