आष्टा 18 अप्रैल (नि.प्र.)। शुक्रवार को जैन समाज द्वारा भगवान महावीर स्वामी की 2606 वी जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई। इस मौके पर विशाल शोभायात्रा भी नगर के प्रमुख मार्गों से निकाली गई। श्री दिगम्बर जैन समाज को विशाल शोभायात्रा में वीर प्रभु ने नगर भ्रमण किया और श्रावकों ने स्वर्ण वेदी में विराजित वीर प्रभु की आरती कर श्रीफल व भेंट चढ़ाई। वहीं श्वेताम्बर जैन समाज ने प्रात: प्रभात फेरी नगर के प्रमुख मार्गों से निकाली।
प्रात: 9 बजे प्राचीनतम श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर किला से वीर प्रभु की भव्य शोभायात्रा प्रारंभ हुई। जो नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई पुराना दशहरा मैदान पर पहुँची, वहाँ प्रभु की पूजा-अर्चना, भक्ति और अभिषेक किया गया। तत्पश्चात स्वर्ण और रजत कलश की बोलियां लगाई गई। उक्त कलशों को महिलाएं अपने सीट पर रखकर शोभायात्रा में चली। वहां से शोभायात्रा किला मंदिर पर पहुँची। शोभायात्रा का हिन्दु उत्सव समिति व अन्य ने स्वागत किया। वहीं बड़ा बाजार में सेठिया परिवार द्वारा शीतल ठंडा पिलाया गया। शोभायात्रा में विभिन्न मंडलों की महिलाएं अपनी निर्धारित एक जैसी साड़ियों को पहने हुए थी। किला मंदिर पर वीर प्रभु की पूजा अर्चना कर अभिषेक किया गया। दिगम्बर जैन समाज और सोशल ग्रुप द्वारा समग्र जैन समाज का स्वामी वात्सल्य रखा गया।
अहिंसा के संदेश के साथ महावीर जयंती मनी नगर में अहिंसा के संदेश के साथ भगवान महावीर की जयंती मनाई गई। प्रात: सभी मंदिरों में वीर प्रभु की पूजा अर्चना कर अभिषक किया गया तथा शांतिधारा भी की गई। शोभायात्रा में श्रावक-श्राविकाएं भजन गाते हुए चल रहे थे। श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर किला पर महावीर जयंती पर प्रभु के कलश अभिषेक के पश्चात गतवर्ष अनुसार इस वर्ष भी गल्ला व्यापारी डॉ. राजेन्द्र जैन एवं दिलीप जैन वर्धमान ट्रेडिंग कम्पनी वालों ने सभी को मिष्ठान की प्रभावना वितरित की।