Sunday, April 20, 2008

पताशा हो गया 25, बूरे की है तंगी अधिक मांग सें बनी है यह स्थिति

आष्टा 19 अप्रैल (नि.प्र.)। 20,25,27 अप्रैल को इतनी शादियां है कि इस बार अप्रैल माह में पूरे माह भरपूर ग्राहकी व्यापारियों के यहां रही शादीयों के कारण कई तरह की परेशानियां भी उन परिवारों को रही है। जिन परिवारों में शादी है। जैसे बेन्ड बाजे सब बुक है, शादी हाल गार्डन बुक है, पंडित बुक है, खाना बनाने वाले बुक है, और तो ओर तरह-तरह के सामान की भी तंगी बाजार में नजर आ रही है। शादी में जो बुलावे होते है उसमें नगरीय क्षैत्र में पताशो का विरतण बुलावे में किया जाता है । ग्रामीण क्षैत्रों में पताशों का और पताशें की जगह रेवडी व परमल का भी बुलावे में वितरण होता है। हजारों शादीयां होने के कारण पताशों की मांग इतनी बढ़ गई है कि पताशे बनाने वाले मांग के अनुरूप दिन रात बनाने के बाद भी पूर्ति नहीं कर पा रहे है । मांग अधिक और पूर्ति कम होने तथा लक ड़ी के भावो में वृद्धि और गर्मी का पारा चढ़ने मजदूर नही मिलने के कारण पताशों के भावो में 2 से 5 रुपये किलो बढ़ा दिये गये है । आष्टा में जो पताशे 1 अप्रैल के पहले 19 से 20 रुपये प्रति किलो बिक रहे थे आज वो ही पताशा 25 से 26 रुपये किलो में बिक रहा है । खेरची व्यापारियों की मांग की पूर्ति पताशा बनाने वाले नही कर पा रहे है । आष्टा नगर में पुराना थाना भवन रोड एवं मारूपुरा में पताशे बनाये जाते है । यही से पूरी तहसील व आष्टा नगर में सप्लाई होता है । इसी प्रकार शादी व्याह में मेहमानो एवं बारातियों को मालवा का प्यारा भोजन दाल वाफले लड्डू का भोजन कराया ही जाता है । इस कारण से शक्कर बुरा की भी काफी मांग बनी हुई है शक्कर बुरा इन्दौर -उौन के व्यापारी शक्कर बूरे की सप्लाई बराब नही कर पा रहे है । यही कारण है कि शक्कर बुरे के भाव में भी 2 से 5 रुपये किलो की वृद्धि कर दी गई है। शक्कर बुरा जो 19 से 20 रुपये किलो बिक रहा था आज 25रु. किलो में भी समय पर नही मिल पा रहा है। शादी ब्याह ने इस बार पताशे चिरोंजी और शक्कर बुरा बनाने वालो के मजे हो गये है ।