Monday, March 3, 2008

ढोल की पोल खुली: पास-पास जमीन पर बैठाकर ली परीक्षा, शहर में खूब हुई नकल




सीहोर 1 मार्च (आनन्‍द गांधी)। व्यवस्थाओं की ढोल पीटने वाले शिक्षा विभाग की पोल आज वार्षिक परीक्षा प्रारंभ होने के साथ ही खुल गई जब यहाँ बैठने तक की व्यवस्थाएं नहीं की गई थी, खुद नकल कराने की व्यवस्थाएं जिला शिक्षा विभाग द्वारा करवा दी गई थी। टेबल-कुर्सी पर बैठने वाले विद्यार्थियों को जमीन पर बैठकर परीक्षा देने की मजबूरी थी। अधिकांश परीक्षार्थियों की आंखों में आंसू छलक रहे थे, उत्तर पुस्तिका रखने के लिये इनके पास तख्ती भी नहीं थी, कैसे लिखे, पुस्तिका कहां रखे, पर्याप्त जगह तक नहीं थी....अनेक समस्याएं थी। ढोल की पोल खोलता उक्त चित्रमय समाचार स्वयं ही सबकुछ कह रहा है.....कुछ लिखने की जरुरत नहीं।