Sunday, March 9, 2008

वाराणसी के महाराज की दासी को मिली स्वर्णचैन

आष्टा 8 मार्च (फुरसत)। तीर्थ नगरी आष्टा में चल रहे प्रतिष्ठा एवं अंजन शलाका महोत्सव में आज छटे दिन प्रात: 6.15 बजे 18 अभिषेक एवं ध्वजदंड, कलश पूजन आदि का कार्यक्रम मंदिर जी में विधि-विधान के साथ पूय आचार्य श्रीमद् विजय अजितसेन सू.म.सा., आचार्य देव श्रीमद् विजय नयवर्धन सू.म.सा.पन्यास प्रवर श्री हर्ष तिलक विजयजी म.सा. की निश्रा में सम्पन्न हुई। पूजा आदि के कार्यक्रम के पश्चात प्रियंवदादासी के द्वारा पुत्र जन्म की वाराणसी के महाराज को खुश-खबरी सुनाकर उन्हे बधाई देने का कार्यक्रम, भुआ एवं उनके परिजनों द्वारा नाम स्थापना पालनाजी झुलाना, फोईयारा तथा भगवान का पाठशाला गमन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ सभी पात्रों ने बहुत ही आकर्षक एवं सुंदर ढंग से अपना-अपना किरदार निभाया। आज प्रियंवदादासी द्वारा महारानी के पुत्र जन्म की खबर महाराजा को सुनाने का जो कि रदार कु.मेघा रांका ने निभाया उसकी सभी ने जमकर अनुमोदना की। खुशखबरी सुनने के बाद वाराणसी के महाराज ने दासी को स्वर्णचैन व अन्य भेंट दी। पूरे पंडाल में कलदार रुपयों की वर्षा की गई उसके बाद भतीजे का नामकरण कार्यक्रम हुआ जिसमें भुआ (पारसमल जी सिंघवी) का पूरा परिवार वाराणसी पहुँचा और पुत्र रत्न जन्म पर भैया और भाभी को बधाई दी। पुत्र जन्म की खुशी पर वाराणसी के महाराज ने अपने दरबार के मंत्री, कोषाध्यक्ष आदि को आमंत्रित कर घोषणा की कि कैदियों को रिहा कर दिया जाये, राजकोष खोल दिया जाये सभी के ऋण माफ कर दिये जायें। पूरे नगर में महोत्सव मनाया जाये अभयदान दिया जाये। उसके बाद नामकरण पाठशालागमन आदि का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। नामकरण की विधि नवीन भाई जामनगर वालों ने सम्पन्न कराई, जैसे ही भगवान के जन्म की खुशखबरी आई पूरे पांडाल में हर्ष उत्साह का माहौल छा गया, सभी ने नृत्य कर भगवान के जन्म की खुशियाँ मनाई। आज प्रतिष्ठा महोत्सव में पूर्व मुख्यमंत्री क्षेत्र के सांसद कैलाश जोशी भी उपस्थित हुए। उन्होने भगवान के दर्शन किये एवं मंदिर जी के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की बाद में श्री जोशी का स्वागत-अभिनंदन किया एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया। आज कार्यक्रम में जिला कांग्रेस के अध्यक्ष कैलाश परमार जिला भाजपा के अध्यक्ष ललित नागौरी, भाजपा नगर के अध्यक्ष संतोष झंवर भी विशेष रुप से उपस्थित थे। आज पूजन के लाभार्थी परिवार गुलाबचंद जेशजी परिवार एवं नौकारसी-स्वामीवात्सल्य का लाभ लेने वाले रविन्द्र कुमार चन्द्रप्रकाश रांका परिवार का बहुमान राजकुमार स्वरुपचंद सुराना परिवार आष्टा एवं विमल कुमार परासकुमार सारंगपुर वालों ने किया।