Wednesday, February 6, 2008

434 क्विंटल लाल गेहूँ मण्डी व्यापारी के यहाँ पकड़ाया

सीहोर 4 फरवरी (फुरसत)। गल्ला मण्डी के एक व्यापारी प्रतिष्ठान से आज मार्केटिंग सोसायटी लाल गेहूँ 2-4 बोरे नहीं वरन पूरे 434 क्विंटल जप्त किया गया है। इतनी बड़ी मात्रा में चल रही धांधलाई लाल गेहूँ की अपनी अलग पहचान के कारण और भी खुलकर सामने आ गई।
साथ ही यह पोल भी खुल गई कि आखिर मार्केटिंग में कितनी गड़बड़ियां चल रही हैं। नायब तहसीलदार नरेन्द्र सिंह ठाकुर ने मौके पर पहुँचकर पूरी कार्यवाही की है।
सीहोर में मार्केटिंग सोसायटी और उचित मूल्य उपभोक्ता भण्डार वालों द्वारा कितनी धांधलाई की जा रही है इसका खुला उदाहरण आज उस वक्त देखने को मिला जब अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री मिश्रा के निर्देश में नायब तहसीलदार नरेन्द्र सिंह ठाकुर के नेतृत्व में गल्ला मण्डी की एक दुकान राजकुमार एण्ड कम्पनी पर छापा मारा गया।
दुकान संचालक शैलेन्द्र राठौर को नदारत रहे लेकिन उनके भाई रामबाबू मिल गये। छापा दल के साथ खाद्य विभाग सहायक अधिकारी श्री कपूर, एफसीआई के श्री सोभानी तथा मण्डी के सचिव भी थे। यहाँ दुकान के बाहर ही भारतीय खाद्य निगम का नाम छपी हुई 50-50 किलो की कट्टियाँ जमी हुई थी। जो 55-60 से अधिक थीं।
जांच शुरु हुई तो पता चला कि पूरी दुकान में जगह-जगह लाल गेहूं भरा हुआ है। इतना ही नहीं बल्कि दुकानदार लाल गेहूँ को सादे गेहूँ में मिलाकर उसे बेचने की नई पध्दति इजाद कर रखी थी। यह सारी जांच की गई और माल मापा गया तो पता चला कि करीब 434 क्विंटल लाल गेहूँ दुकान अवैध रुप से भरा हुआ था। जिसे नायब तहसीलदारी ने कार्यवाही करते हुए मण्डी सचिव के सुपुर्द कर दिया है।
हालांकि दुकानदार के भाई ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि हम यह गेहूँ नीलामी में खरीदकर लाये हैं लेकिन इसके संबंध में उसने कोई कागजात आदि पेश नहीं किये। हालांकि ऐसा संभव भी नहीं है। कार्यवाही जिलाधीश के समक्ष प्रस्तुत की जायेगी। इधर मण्डी विभाग भी कार्यवाही करना शुरु कर चुका है।
उल्लेखनीय है कि सीहोर में कई उचित मूल्य की दुकानों से दुकान माह के संचालक की मिली भगत से माह के अंतिम दिनों में ब्लेक में गेहूँ चावल आटा चक्की व्यवसायी एवं फड़ लगाकर गल्ला बेचने वाले उठा लेते हैं।