Thursday, January 1, 2009

कुएं में ब्लास्ट करने के पहले ही हुआ, चार घायल, एक गंभीर, टार्च के उजाले में हुआ अस्पताल में इलाज

सीहोर 31 दिसम्बर (नि.सं.)। आज आष्टा तहसील के ग्राम छोटीखेड़ी में एक किसान के खेत पर बने कुएं में पानी के लिये राजस्थान के भीलवाड़ा के लोगों द्वारा कुएं में ब्लास्ट के लिये टोटे लगाये गये थे। उक्त टोटे को ब्लास्ट करने के पहले ही लापरवाही के कारण कुएं में ब्लास्ट हो गया और अचानक हुए इस ब्लास्ट से चार लोग घायल हो गये जिसमें एक अति गंभीर है। अस्पताल सूत्रों ने बताया कि ब्लास्ट के बाद घायल प्रहलाद नारायण छोटी खेड़ी, कोपरलाल भोलूराम भीलवाड़ा राजस्थान, राम सिंह रतन सिंह मेवाड़ा कुमड़ावदा तथा प्रमोद बालूराम भीलवाड़ा राजस्थान को ब्लास्ट के बाद गंभीर रुप से घायल होने पर आष्टा सिविल अस्पताल लाये। लेकिन अस्पताल में पदस्थ चिकित्सकों की खींचातानी तथा प्रशासन की अनदेखी के कारण एक बार फिर आष्टा सिविल अस्पताल की अव्यवस्था उजागर हुईं। जिस वक्त इन सभी गंभीर घायलों को अस्पताल लाया गया उस वक्त विद्युत कटौती का समय होने के कारण बिजली गुल थी। सिविल अस्पताल में विद्युत के लिये जो जनरेटर लगाया गया था वह चालू नहीं हो पाया और आपरेशन थियेटर में इन गंभीर घायलों को टार्च और मोबाइल के उजाले में प्राथमिक उपचार दिया गया और इन्हे तत्काल भोपाल भेजा गया।

      इतनी बड़ी घटना घटने के बाद भी आष्टा पुलिस को घटना के एक घंटे बाद भी पता नहीं था। जब पत्रकारों ने पुलिस से पूछा तब पुलिस को पता चला कि ऐसी कोई घटना घट गई है। आष्टा सिविल अस्पताल में विद्युत जाने के बाद अक्सर अंधेरा होता है यहाँ पर एक लेबर कक्ष में इनवर्टर लगा है वहीं अस्पताल के अन्य भाग में उजाले के लिये एक जनरेटर लगा है जो अक्सर खराब रहता है। जबकि रोगी कल्याण समिति द्वारा एक ठेकेदार को अस्पताल का उक्त जनरेटर व इनवर्टर तथा बिजली सुधारे जाने का ठेका भी दिया हुआ है। आज रात्रि में जब उक्त गंभीर अस्पताल पहुँचे तब काफी परेशानी हुई। उसको लेकर आष्टा सिविल अस्पताल के डाक्टर अस्पताल में एक दूसरे पर दोषारोपण करते देखे गये। वहीं घटना की सूचना मिलने पर  स्थानीय प्रेस के लोग भी सिविल अस्पताल पहुँच गये थे। पत्रकारों के सामने ही जनरेटर को लेकर डाक्टर एक-दूसरे से भिड़ते नजर आये। ना जाने क्यों रोकस भी आष्टा सिविल अस्पताल में डाक्टरों के झगड़े व फैली अव्यवस्थाओं को लेकर गंभीर नजर नहीं आती है। अक्सर कई प्रकार के वाद-विवाद होते रहते हैं।