सीहोर 1 अक्टूबर (नि.सं.)। कांग्रेस की राजनीति में जहाँ पूर्व से कई दिग्गज सीहोर में मौजूद हैं वहीं अचानक कांग्रेस नेता के रुप में उभरे राष्ट्रीय स्तर तक दमखम रखने वाले अक्षत कासट ने भी अपनी पैठ बहुत अल्पसमय बना ली है। आज स्थिति यह है कि आश्चर्य किंतु सत्य जैसी स्थिति के रुप में अक्षत को जाना-पहचाना जाने लगा है। कांग्रेस के प्रति निष्ठावान कासट परिवार से जुड़े अक्षत कासट सीधे विधान सभा सीट के कांग्रेस से उम्मीद्वार के रुप में सर्वाधिक चर्चा में हैं। एक दिल्ली से प्रकाशित खबर में तो सीहोर विधान सभा सीट से कांग्रेस में पहले अक्षत कासट का नाम भी प्रकाशित हो गया है। कुल मिलाकर अक्षत कासट का नाम चहुँ और हैं और आज सर्वाधिक चर्चा में भी है। हालांकि अक्षत कासट की सक्रियता ने सीहोर के कांग्रेसी नेताओं की नींद में जरुर खलल डाल दिया है। अब तो बस यही देखना शेष है कि किसको टिकिट कांग्रेस देती है क्या कहीं राहुल गाँधी के युवाओं को आगे लाने वाली राजनीतिक सूझबूझ के चलते अक्षत कासट को तो कांग्रेस से टिकिट नहीं मिल जायेगा। उक्त अनेक प्रश्ों के संबंध में आज कांग्रेस से सर्वाधिक चर्चित अक्षत कासट से फुरसत ने बातचीत की।
आपका नाम पैनल में जोड़ा गया है, इसके बारे में आप क्या कहना चाहते हैं ?
अक्षत ने कहा - निश्चित तौर पर यह श्रेय सीहोर विधानसभा क्षेत्र के युवा वर्ग को जाता है, जिनके स्नेह और विश्वास ने मुझे इस काबिल बनाया है। मैने निश्चित अपना पक्ष कांग्रेस के बड़े नेताओं के समक्ष रखा और उन्होने मेरे नाम पे विचार करने का निश्चय किया है, यह बात सत्य है कि सीहोर विधानसभा का फैसला ही नहीं बल्कि पूरे जिले के प्रत्याशियों का फैसला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं सभी बड़े नेताओं की आम सहमति के साथ तय होगा, कांग्रेस पूरी तरह एकजुट है, चाहे पार्टी किसी को भी टिकिट दे, जहाँ तक मेरा या मेरे परिवार की बात है, हम तीन पीढ़ियों से कांग्रेसी हैं और कांग्रेस के प्रत्याशियों के लिये तन, मन, और धन से काम करते आये हैं और करते रहेंगे। मुझे टिकिट मिला तो निश्चित ही जीतकर आऊंगा। कासट परिवार का इतिहास सबके सामने हैं, हमने कभी भी पार्टी और जनता की पीठ में छुरा घोपने जैसे काम के बारे में सपने में भी नहीं सोचा। पार्टी का निर्णय सर्वमान्य है, यह अलग बात है कि पार्टी के बड़े नेताओं को भी पार्टी के प्रति निष्ठावान लोगों की भावनाओं का समुचित ख्याल रखना होगा। श्री कासट ने कहा कि पार्टी किसी ऐसे आदमी को टिकिट ना देवे जिसका संगठन में और उसके कार्यक्रमों में कभी भी योगदान नहीं रहा हो।
जब अक्षत कासट से पूछा कि यदि मान लीजिये आपको कांग्रेस प्रत्याशी बना भी दे तो शहर के प्रति आपकी क्या प्राथमिकताएं रहेंगी ?
इस पर अक्षत कासट ने कहा कि युवाओं को रोजगार, नये उद्योग-धंधों की स्थापना, पूराने एवं बंद पड़े उद्योग को पुनर्जीवित करने का बीड़ा, किसाने भाईयों को बिजली एवं पानी की समस्या से निजात दिलाने जैसी बातें मेरी प्राथमिकता रहेगी। पार्वती के द्वितीय चरण को शुरु करना, शहरी क्षेत्र में सड़क का निर्माण मेरा लक्ष्य रहेगा।
और जब अक्षत से पूछा मान लीजिये प्रदेश में भाजपा की सरकार है ? आप विधायक बन जायेंगे तो फिर भाजपा की सरकार से पहले तो चुनाव में ही कैसे मुकाबला करेंगे ?
अक्षत कासट ने सीधे कहा कि भाजपा की भ्रष्ट सरकार, भ्रष्ट मुख्यमंत्री और भ्रष्ट मंत्रियों की टोली और विधायकों की पोल खुल चुकी है इस सरकार के काले कारनामे जनता जनार्दन के सामने आ चुके हैं, आज का मतदाता भी बहुत समझदार है वो सब जानता है, शिवराज सिंह चौहान के दिन पूरे हो चुके हैं, जनता अपना मत कांग्रेस के पक्ष मैं देने का फैसला कर चुकी है, नतीजे अपूर्व ही सामने आ जायेंगे।
कांग्रेस में जिसको टिकिट मिलता है सब उसके पीछे पड़ जाते हैं? और उम्मीद्वार अकेला पड़ जाता है बाकी उसके विरोध में नजर आते हैं? क्या आपके साथ ऐसी स्थिति नहीं बनेगी ? आपको क्या लगता है ? क्या कमल छाप कांग्रेसी आपको छोड़ेंगे ? क्या भाजपाई उम्मीद्वारों को चंदा देने वाले कांग्रेस नेता आपका सहयोग करेंगे ?
अक्षत कासट ने इस प्रश् का उत्तर भी एक गंभीर कांग्रेसी के रुप में देते हुए कहा कि जहाँ तक संगठन की बात है, हमें निश्चित ही आदरणीय सुरेश पचौरी जी के रुप में आज तक के सबसे कारगुजार अध्यक्ष मिले हैं उनकी संगठन के प्रति समर्पण भाव और बातें कार्य कौशल से कौन परिचित नहीं है, उनके संगठन पे पकड़े, कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद और संगठन को मजबूत करने का दृंढ निश्चय ही तो उनकी कार्यशैली की विशिष्टता को दर्शाता है। जिन परिस्थितियों में उन्होने प्रदेश अध्यक्ष का पद ग्रहण कर कार्यकर्ताओं में एक नई उर्जा का संचार कर दिया है। छिंदवाड़ा में एकता सम्मेलन को मूर्तरुप देकर भाजपा को भयाक्रांत कर देना यह केवल पचौरी जी जैसे कुशल संगठनात्मक व्यक्ति के ही बस की बात है। सोनिया जी से लेकर, कमल नाथ जी, दिग्विजय सिंह जी, योति-रादित्य सिंधिया जी एवं तमाम सारे बड़े नेताओं के सहयोग के चलते पचौरी जी की अगवानी में हम आने वाले विधानसभा चुनावों में बहुमत हासिल कर रहे हैं, माध्द सीहोर विधानसभा ही नहीं वरन पूरे जिले के कांग्रेसी कार्यकर्ता एवं सभी सम्मानित नेतागण भी इस बात को भली भांति समझ चुके हैं और छिंदवाड़ा एकता सम्मेलन से सीख लेकर एकजुट हो चुके हैं। कांग्रेस में टिकिट की संभावित उम्मीद्वार को एक स्वस्थ प्रतियोगिता के रुप में जाना जाता है, इक्का-दुक्का नेताओं के कु-प्रयासों से संगठन पर फर्क नहीं पड़ता, कांग्रेस पार्टी एक विशाल परिवार की तरह है और सोनिया जी एवं राहुल जी के सदप्रयासों से जनता की अविरल सेवा जारी रहेगी।
कांग्रेस में टिकिट को लेकर चल रहे नामों में एक नये और सर्वाधिक चर्चित नाम अक्षत कासट से हुई बातचीत जस की तस इस प्रकार रही। देखते हैं आगामी दिनों में कांग्रेस में क्या कुछ होता है ?