Wednesday, October 1, 2008

यूँ चुनाव के समय भतीजे देवेन्द्र सक्सेना की विज्ञप्ति कैसे आ गई

सीहोर 30 सितम्बर (नि.सं.)। 4-5 साल होने को आये जनपद पंचायत अध्यक्ष के पद भतीजे देवेन्द्र सक्सेना राजनीति बिसात के साथ काबिज हुए और तब से लेकर अब तक जनपद पंचायत में क्या कुछ हो रहा है और वहाँ कितना-कितना किसका विकास हुआ है, कौन-कौन सी योजनाएं आई और कितने कार्यक्रम निपट गये लेकिन अभी तक अध्यक्ष देवेन्द्र सक्सेना ने ऐसे कार्यक्रमों की अध्यक्षता और उसके ही समाचार विज्ञप्तियाँ जारी करने का कार्य नहीं किया।
अब विधानसभा चुनाव आ चुके हैं ऐसे समय में आज पहली बार देवेन्द्र सक्सेना द्वारा विभिन्न बैरोजों का शिलान्यास और लोकार्पण किया जाना तथा राजनीतिक रुप से इसका प्रचार-प्रसार करने का क्रम शुरु हुआ है... आखिर इतने लम्बे समय बाद इस घटनाक्रम के पीछे क्या कारण है और क्या कुछ राजनीतिक गणित चल रही है? यह चर्चाओं का विषय है।
क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक रमेश सक्सेना के भतीजे के रुप में पहचाने जाने वाले देवेन्द्र सक्सेना को लेकर भी विधानसभा चुनाव की सरगर्मियाँ भरी बातें शुरु हो चुकी हैं। ऐसे में विधायक के भतीजे देवेन्द्र की सक्रियताएं भी नजर आने लगी है। यूँ तो देवेन्द्र जब से जनपद पंचायत अध्यक्ष बने थे तब से ही कुछ शांत नजर आ रहे थे। जनपद पंचायत अध्यक्ष भले ही वह हों लेकिन अक्सर महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाजपा के वरिष्ठ नेतागण अथवा विधायक रमेश सक्सेना की उपस्थिति ही प्रमुख रुप से नजर आया करती थी। विधायक जी की उपस्थिति में जनपद पंचायत के जाने कितने विकास कार्यों की नींव रखा गई।
जनपद पंचायत से अनेक महत्वपूर्ण कार्य भी हुए, कई लोगों को लाभ भी हुआ लेकिन कहीं न कहीं इसमें भतीजे देवेन्द्र स्पष्ट रुप से नजर नहीं आया करते थे लेकिन आज जब विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ चल रही हैं। ऐसे में अचानक देवेन्द्र सक्सेना की सक्रियता अपने विभाग के साथ विज्ञप्तियों के माध्यम से अखबारों तक बढ़ती नजर आ रही है।
यूँ तो इन्होने अपने चाचा के गुणों का इस्तेमाल करते हुए कुछ चर्चाएं बाजार में फेंकना शुरु कर दी है और आगामी चुनावों को लेकर अपनी मंशा, अपने कदम भी कुछ लोगों को बता चुके हैं ताकि उनके द्वारा छोड़ी गई बातें बहुत तेजी से फैल सकें।
बहुत संभावित है कि इसी तारतम्य में भतीजे की सक्रियता बढ़ते जनपद पंचायत के बैरोजों के शिलान्यास भी उन्होने किया।
पिछले दिनों अहमदपुर, सुल्तानपुर बैराजों का शिलान्यास करने के साथ ही शाहजहांपुर, हथियाखेड़ा, हिनौती, मंडखेड़ा, भीलाखेड़ी एवं बाजार गांव बैराजों का लोकार्पण भी इन्होने किया। साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का स्मरण भी अपने भाषणों में बार-बार किया।