Friday, September 12, 2008

दुनिया में हमारी योजनाएं चर्चा में है-शिवराज

सीहोर 11 सितम्बर (नि.सं.)। आज मुख्यमंत्री की जनआशीर्वाद रैली की चाक चौबंद व्यवस्था ने पुराने रिकार्ड ध्वस्त कर दिये। करीब 100 बसें तो सिर्फ बाल बिहार मैदान में खड़ी नजर आईं। चारों तरफ से पूरे जिले से ग्रामीणों को भर-भरकर लाया गया। 10 हजार से ऊपर जनता सीहोर में शाम तक पहुँच गई थी लेकिन देर रात 12 बजे तक मुख्यमंत्री सीहोर आ सके। इसके पूर्व यहाँ बड़ा बाजार का छोटा-सा सभास्थल खचाखच भरा चुका था। हालांकि आधा मैदान खाली था, पुलिस वाले जनता को सभा स्थल में नहीं आने दे रहे थे क्योंकि स्थल छोटा पड़ गया था। सरिता देशपाण्डे के ओजस्वी भाषण ने रात 11 बजे एक बारगी पूरा वातावरण राम भक्ति से सराबोर कर दिया।
पूरा सीहोर नगर चारों तरफ से आज चाक चौबंद रहा। सुबह से मुख्यमंत्री के आने की तैयारियाँ जारी थी। दोपहर बाद से ही पूरे जिले से बसों के काफिले आना शुरु हो गये थे। बाल बिहार मैदान बसों से खचाखच भरा गया था जबकि चर्च मैदान, आवासीय स्कूल मैदान, बाल बिहार मैदान, लुनिया चौराहा के पास, लेवर कालोनी, पल्टन एरिया के पास सहित मण्डी में अनेक स्थानों पर ग्रामीणों को भरकर लाया गया था और उतार दिया गया था। इन सब क्षेत्रों में बड़ी संख्या में ग्रामीणजन खड़े थे। सभी को बताया गया था कि सभा शाम 7 बजे हैं जबकि यहाँ उतरने के बाद उन्हे हकीकत मालूम हुई।
रात 11 बजे तक का दृष्य के अनुसार बड़ा बाजार सभा स्थल पर तेरतर्रार नेत्री सुश्री सरिता देशपाण्डे ओजस्वी भाषण दे रही थी, उन्होने अपना भाषण मुख्यमंत्री के कार्य और रामसेतु पर केन्द्रित करते हुए कहा कि रामसेतु तोड़ने से भूचाल आ जायेगा और हम कभी इसे टूटने नहीं देंगे।
यहाँ बड़ा बाजार सभा स्थल रात 9 बजे तक ही खचाखच भरा गया था। और पीछे तक जनता खड़ी थी। आसमान खुला हुआ था और पानी रुका हुआ था। घरों छतों पर भी युवा वर्ग बैठा नजर आया। ओटले तक ठूंस कर लोग खड़े थे। बड़ा बाजार में पालीवाल प्रेस के सामने बने गणेश जी के मण्डप के बाद जनता बैठी नहीं थी कारण यहाँ मण्डप के कारण व्यवस्था बिगड़ रही थी और मंच किसी को नजर नहीं आ रहा था। उधर बड़ा बाजार के प्रवेश द्वार पर सैकड़ो लोग अंदर आने को उतावले थे लेकिन न तो जगह थी और ना ही पुलिस उन्हे अब घुसने देना चाहती थी। इसलिये पूरे मेन रोड पर जनता ने ओटलों पर बैठना शुरु कर दिया था।
लेकिन माईक व्यवस्था बहुत श्रेष्ठ होते हुए भी दूर-दूर तक नहीं लगी थी संभवत: इसलिये पूरे मेन रोड पर दूर तक लोग नहीं बैठे थे।
भाजपा की इस रैली को बड़ा बाजार में क्यों किया गया ? इससे तो न सिर्फ जनता कुपित नजर आई बल्कि आसपास की तहसीलों के अनेकानेक लोगों से हुई चर्चाओं में यही बात सामने आई कि क्या इसे कहीं और नहीं कर सकते थे। पुलिस प्रशासन तक स्थानीय भाजपा के इस हठधर्मिता से परेशान नजर आया।
ग्रामीणों की परेशानी के संबंध में यदि विचार किया जाये तो बाल विहार मैदान पर उतरते ही ग्रामीणों का कहना था कि सीहोर में तो कोई विशेष सुलभ काम्पलेक्स भी नहीं है। हजारों लोगों के लिये ऐसी कोई तत्कालीन व्यवस्था नहीं कराई गई थी जिन्हे 12 घंटे से अधिक समय के लिये इस कार्यक्रम के लिये लाया गया था। इनके भोजन, नाश्ते, चाय के लिये किसी होटल आदि से खुले रहने की बात तक प्रशासन या भाजपाईयों ने नहीं की थी। आसपास के जितने भी होटल आज रात तक खुले थे वहाँ अथाह भीड़ लगी हुई थी और ग्राहक बाहर इंतजार में खड़े थे। बड़ा बाजार में पानी का टैंकर तक नहीं खड़ा था।
उधर जो मार्ग सभा स्थल तक के लिये बने थे उन पर अधिकांश जगह अस्थायी बेरियर बना दिये गये थे जिसके कारण लोगों का निकलना दूभर हो रहा था।
रात 10 बजे तक श्यामपुर में जो विशाल जनसमूह एकत्र हुआ था वह तितर-बितर होने के समाचार हैं। जानकारों का कहना है कि वहाँ का समय 5 बजे का था रात 9-10 बजे तक रुककर जनता चली गई बहुत कम लोग बचे।
रात 12 बजे चांदबड क्रास और 12.40 बजे जनता के बीच में से बड़ा बाजार में प्रवेश करते हुए शिवराज सिंह आये। श्री सिंह ने रात 12.42 बजे प्रारंभ हुए भाषण में जनता से पूछा कि मैने 5 साल में जितना काम किया है क्या वह 50 साल में हुआ जनता ने कहा नहीं। फिर पूछा की क्या जितने कालेज, स्कूल बने, योजना आई, लाड़ली लक्ष्मी सहित सारी योजनाएं उन्होने गिनाकर पूछते गये और जनता ने कहा कि नहीं आई। उन्होने कहा कि हमारी योजनाएं सारी दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई हैं।


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