आष्टा 21 सितम्बर (सुशील संचेती)। सरकार ने प्रदेश की अनेकों शालाओं में पढ़ा रहे गुरुजियों को नियमित करने के लिये उनकी परीक्षा रखी गई थी। व्यापम द्वारा गुरुजियों की परीक्षा आयोजित की गई थी जो परीक्षा व्यापम ने गुरुजियों की ली थी उसके परिणाम आ गये हैं।
परिणाम आश्चर्य चकित करने वाले हैं क्योंकि पिछले कई वर्षों से जो गुरुजी देश के भविष्य कहे जाने वाले छात्रों को पढ़ा रहे थे उन गुरुजियों में से लगभग 70 से 80 प्रतिशत गुरुजी फैल हो गये हैं जो गुरुजी परीक्षा में खुद अनुत्तीर्ण हो गये हैं सोचना जरुरी है कि ऐसे गुरुजियों ने अभी तक बच्चों को क्या और कैसा-कैसे पढ़ाया होगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश की शालाओं में पढ़ा रहे 41 हजार से अधिक गुरुजियों ने व्यापम द्वारा आयोजित की गई उक्त परीक्षा में भाग्य आजमाया था अब उक्त गुरुजियों की परीक्षा के परिणाम घोषित किये गये हैं। घोषित परिणाम में 70 से 80 प्रतिशत गुरुजी फेल हो गये अर्थात उन्हे पास होने इतने भी अंक परीक्षा में नहीं मिले हैं।
अपुष्ट खबरों के अनुसार उक्त परीक्षा में बैठे 41 हजार के लगभग गुरुजियों मे ंसे लगभग 33 हजार गुरुजी अनुत्तीर्ण हो गये हैं तथा जो लगभग 8 हजार गुरुजी पास हुए हैं उनमें आधे से अधिक गुरुजियों को मात्र 50 से 55 प्रतिशत अंक ही प्राप्त हुए हैं। स्मरण रहे सरकार ने इन गुरुजियों को परीक्षा में पास होने पर संविदा शिक्षक के वर्ग 1,2,3 में तब्दील किये जाने की बात कही थी। अब जो गुरुजी अनुत्तीर्ण हो गये हैं उनका क्या होगा ? यह सोच सोचकर अनुत्तीर्ण हुए गुरुजी अब अपने संगठन के माध्यम से कोई आंदोलन करने की योजना बना रहे हैं ऐसा फुरसत को आज आष्टा की एक बैंक में अनुत्तीर्ण कुछ गुरुजियों की चर्चा से लगा। ये बात कर रहे थे कि भोपाल में बड़े आंदोलन की योजना बनाई जा रही है और सरकार पर कोई दबाव बनाया जायेगा। चर्चारत गुरुजी यह भी बात कर रहे थे कि व्यापम ने परीक्षा में जो प्रश् पत्र दिया वो काफी कठिन था प्रश् पत्र देखकर ही पसीने छूट गये थे।
आज इस संबंध में विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी सी.एन. गुजराती से जब चर्चा की कि आष्टा विकास खण्उ में से कितने गुरुजी परीक्षा में बैठे थे कितने पास एवं फैल हुए तथा जो फैल हुए उनका अब क्या होगा के बारे में री गुजराती ने कहा कि आज समाचार पत्रों में पढ़ा है बड़ी संख्या में गुरुजी परीक्षा में फैल हुए हैं। आष्टा के कितने फेल हुए इनकी जानकारी नहीं है तथा जो फैल हुए उनका अब क्या होगा जैसा शासन निर्णय लेगा वो होगा।
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