सीहोर 8 सितम्बर (आनन्द भैया)। जिला पशु चिकित्सालय के मुख्यद्वार का दृष्य नीचे दिये चित्र में स्पष्ट नजर आ रहा है जहाँ द्वार पर बनी नाली महिने में 25 दिन भरी और जाम रहती है। दोनो तरफ से नाली में पानी आता है और वह ऊपर से बहकर पशु चिकित्सालय चला जाता है। विशेषकर गौवंश जो कीचड़ और गंदगी से बचता है उन्हे इलाज कराने वालों को तो यहाँ आने में आये दिन दिक्कत होती ही है बल्कि यहाँ आने वाले पशुओं के लिये भी यहाँ स्वास्थ्य के विपरीत वातावरण है।
इसके अलावा सामने ही बने जेल की नाली में कैदियों के मल-मूत्र का पानी भी सीधे इसी नाली में आकर मिलता है जिसके चलते अत्याधिक गंदा व बदबूदार पानी दिनभर ढोर अस्पताल में अंदर जाता रहता है।
अब जहाँ नगर पालिका ने पशुओं को कैद करने के लिये एक अस्थायी जेल ढोर अस्पताल के अंदर बनाई है उसी स्थान पर बाहर नाली से निकला पानी जाकर एकत्र हो रहा है। इस प्रकार गंदा पानी जिस स्थान पर एकत्र है वहीं पर पक ड़े गये गौवंश को रखा गया है। यहाँ अत्याधिक बदबू और गंदगी के कारण गौवंश परेशान हो रहा है इसे जो घांस डाली जा रही है वह कीचड़ में मच जाती है जिससे गौवंश को पर्याप्त मात्रा में घांस खाने को नहीं मिल पाती।