Saturday, July 26, 2008

तो क्या आष्टा कृषि उपज मंडी में भ्रष्टाचार का इसे श्रीगणेश माना जाये सवा करोड़ से बनने वाली कांक्रीट में घटिया निर्माण की शिकायत

आष्टा 25 जुलाई (नि.प्र.)। जिस कार्य का श्री गणेश ही पाप, भ्रष्टाचार की भावना के साथ हो तो कैसे उम्मीद की जाये की उक्त पूरा कार्य जब पूर्ण होगा तो अच्छा उत्तम होगा। ऐसा ही लग रहा है आष्टा कृषि उपज मंडी में लगभग सवा करोड़ की लागत से बनने वाले मंडी प्रांगण के कांक्रीटीकरण रोड के संबंध में लेकिन जागरुक आष्टा कृषि उपज मंडी के व्यापारियों ने आज उक्त घटिया निर्माण कार्य को मोके पर जाकर देखा पकड़ा और फिर बकायदा अनाज तिलहन व्यापारी संघ के अध्यक्ष नवनीत संचेती के नेतृत्व में मंडी के सभी व्यापारियों ने तहसील कार्यालय पहुँचकर तहसीलदार बिहारी सिंह को मंडी में हो रहे घटिया कांक्रीट रोड निर्माण जिसमें सीमेंट के स्थान पर एक तरह से मिट्टी मिलाकर बेस का कार्य किया जा रहा की शिकायत की जैसे ही शिकायत हुई।
ठेकेदार और उसके लोगों के हलचल शुरु हो गई और अचानक जहाँ रोड बन रहा था वहाँ सीमेंट की बोरियाँ आ कर रखा गई ऊपर से सीमेंट का मामल डलना शुरु हो गया लेकिन कहते हैं पाप को लाख छुपाओ वो नहीं छुपता है और उभर कर आता है व्यापारियों को तहसीलदार ने 4 बजे निर्माण स्थल पर पहुँचकर निरीक्षण करने को कहा 4 बजे बिहारी सिंह तहसीलदार, नायब तहसीलदार श्री वीरेन्द्र सिंह मंडी प्रांगण पहुँचे और ट्राली शेड के पास जहाँ से कांक्रीट रोड के निर्माण कार्य की शुरुआत हुई को जब तहसीलदार, स्थानीय प्रेस, व्यापारियों के दल ने देखा तो उक्त डाले गये गिट्टी बेस पर ऊपर अलग ही मिट्टी जैसी सीमेंट झलक रही थी उक्त बेस देखकर तहसीलदार को देर नहीं लगी की गड़बड़ तो है उन्होने तत्काल सभी की देख रेख में डाले गये माल के सेम्पल 3 थैलियों में भरवाकर अपने साथ जांच हेतु ले गये। निर्माण कार्य स्थल पर तहसीलदार ने ठेकेदार ने भी जानकारी ली की जो ठेका हुआ है उसमें क्या-क्या है ठेकेदार ने थोड़ी बहुत जानकारी उन्हे मौके पर दी। मंडी में निर्माण कार्यों की देखरेख के लिये इंजिनियर भी है जब मंडी के इंजिनियर एमबी पाठक से पूछा गया की क्या आपने उक्त चल रहे कार्य का निरीक्षण किया तो वे घुमाने लगे फिर कहा कि साहब जावर में भी कार्य चल रहा है। वहाँ भी देखना पड़ता है इसका साफ अर्थ था कि आष्टा में मंडी सचिव, इंजिनियर ने ठेकेदार को शायद खुली छूट दे दी हो की जो चाहो जैसा चाहो काम करो लेकिन व्यापारियों की जागरुकता ने आज भंडा फोड़ ही दिया। व्यापारी संघ ने तहसीलदार श्री सिंह को कुछ माह पूर्व लगभग 28 लाख की लागत से बने लक्ष्मी मंदिर के सामने एवं तौल कांटे के पीछे मैदान के बने कांक्रीट रोड को भी दिखाया जो जगह-जगह से उखड़ चुका है जो क्रासिंग पुलिया बनी वो टूट चुकी है जबकि खबर यह भी है कि इस बने रोड के नीचे जो जाल बिछाना था वो भी कहीं बिछाया कहीं नहीं बिछाया है कुल मिलाकर जो रोड बन चुका है और जो अब बन रहा है उसे देखकर लग रहा है कि वर्तमान मंडी सचिव छोटू खान के कार्यकाल में शायद भ्रष्टाचार का एक इतिहास लिखा जा रहा हो लेकिन उक्त लिखे जा रहे इतिहास का आज व्यापारियों ने प्रथम अध्याय ही बिगाड़ दिया मंडी के सभी व्यापारियों ने आज एक स्वर में आष्टा मंडी में जो निर्माण कार्य हुए एवं जो हो रहे हैं उसमें खुला आरोप भ्रष्टाचार का लगाया है।
मिक्सिंग प्लान मंडी के बाहर क्यों लगाया - आष्टा कृषि उपज मंडी में सवा करोड़ की लागत से मंडी के बड़े प्रांगण में कांक्रीट का कार्य शुरु हुआ पूरी मंडी खाली और खुली पड़ी है उसके बाद भी ठेकेदार ने गिट्टी सीमेंट रेत मिलाने का मिक्सिंग प्लांट मंडी के बाहर क्यों लगाया यह बात ना ही आज तहसीलदार को एवं ना ही पत्रकारों में समझ में आई निर्माण स्थल पर व्यापारियों ने इस पर खुला आरोप लगाया की मंडी में रोड बन रहा है और माल मिलाकर बाहर से लाया जा रहा इसके पीछे कारण यह मान रहे हैं कि व्यापारी गड़बड़ ना पकड़ सके। जबकि आज मंडी के सभी व्यापारी मंडी के इंजिनियर श्री पाठक को जब मिक्सिंग प्लांट पर पहुँचे तो पाया सीमेंट की जगह माल में सीमेंट रुपी मिट्टी जैसा कुछ डल्ले-डल्ले मिलाये जा रहे। निर्माण स्थल पर स्वयं इंजीनियर पाठक ने तहसीलदार के सामने स्वीकार किया कि हाँ हम वहाँ गये तो मिट्टी जैसा कुछ पाया गया है।
मिक्सिंग प्लांट बाहर लगाना एक बड़ी सोची समझी चाल नजर आई जब ठेकेदार ने फंसते देखा तो वहीं कहाँ की आप सब कहते हैं तो हम उक्त मिक्सिंग प्लांग मंडी में ही लगा देते हैं। ठेकेदार जी जो अब पकड़ाने के बाद कह रहे हो पहले ऐसा क्यों नहीं किया इसका भी तो जबाव दो। अब यह मांग उठ रही है कि अभी तक जितने भी निर्माण कार्य हुए उसकी जांच हो वहीं व्यापारियों ने आज उस ठेकेदार की खुलकर प्रशंसा की जिसने बैलगाड़ी शेड के पास प्रांगण का कांक्रीट कार्य किया था वर्षों होने के बाद भी उस रोड से आज तक एक गिट्टी नहीं उखड़ी है। इसका ठेकेदार के पास कोई जबाव नहीं था।
छोटू खान के मत का इंतजार- आज व्यापारियों की शिकायत पर तहसीलदार निर्माण कार्य देखने पहुँचे, शेम्पल साथ ले गये इस संबंध में जब फुरसत ने मंडी में छोटे खान सचिव से चर्चा कर मत जानना चाहा तो मंडी से बताया गया वे भोपाल गये हैं इस लिये उनका आज के पूरे घटनाक्रम पर मत फुरसत को नहीं मिल पाया है।


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