सीहोर 4 जून (नि.सं.)। कल रात फिर एक अचानक अस्पताल में तैनात एक नगर सैनिक ने आव देखा न ताव लट्ठ घुमाना शुरु कर दिया। रात यह खा-पीकर बहक जाता है और फिर यहाँ आये हुए भोले-भाले लोगों से सीधे मारपीट करता है। इसका तरीका ए वारदात कुछ ऐसा है कि कई लोग कल रात घायल हो गये। यहाँ तनाव का वातावरण भी बन गया।
जिला चिकित्सालय में रात होने अत्याधिक संवेदनशीलता का वातावरण बन जाता है। यहाँ लगातार दुर्घटनाओं के मामले आने लगते हैं, उस समय व्यवस्थाएं वैसे ही बहुत कम रहती है, आये दिन रात के समय किसी न किसी बात पर तनाव की स्थिति बन जाती है, इस बात को ध्यान में रखते हुए पूर्व लोकप्रिय जिला पुलिस अधीक्षक ए.के. सिंह के समय यहाँ एक पुलिस चौकी स्थाई रुप से बनवा दी गई थी जिसे रोगी कल्याण समिति ने नया स्वरुप भी दे दिया है लेकिन यहाँ पर तैनात किये गये कुछ कर्मी किसी काम के नहीं है।
रात के समय अक्सर एक नगर सैनिक जब यहाँ रहता है तो वह खा-पीकर जब तैयार होता है तो ऐसी अवस्था में हो जाता है कि फिर उसे कुछ सूझ समझ नहीं पड़ती। अक्सर वह लट्ठ घुमा दिया करता है। कल रात एक आये मरीज के परिजन पर आव देखा न ताव सीधे लट्ठ घुमा दिया। इसका कहना था कि यहाँ चोरियाँ हो रही हैं चलो रे सब बाहर निकलो, चाहे जो आ जाता है। इस नगर सैनिक ने रात सो रहे मरीजों के परिजनों को भी बाहर निकाल दिया। कुछ लोग घायल भी हो गये। अच्छा हो पुलिस विभाग जिला चिकित्सालय जैसे संवेदनशील स्थान पर कोई गंभीर प्रकृति व्यक्ति नियुक्त करे।