Tuesday, May 13, 2008
देशी फ्रिज मटको की मांग बढ़ी
आष्टा 12 मई (नि.प्र.)। ज्यों-ज्यों गर्मी का पारा चठता जा रहा है आष्टा में ठंडा पानी पीने वालो की फ्रीज की अपेक्षा देशी फ्रीज की मांग बढती जा रही है आष्टा में आष्टा के अलावा खाते गांव-कन्नौद व अन्य स्थानो से मटकी बेचने वालो का आगमन हुआ है । इन लोगो ने कन्नौद रोड पर उत्कृष्ट विद्यालय के पास रंग के छोटी से मटकी से लेकर 15 से 20 लीटर पानी आ जाये इतने बढे मटके विक्रय हेतू रखे है। शीतल शुद्ध ठंडा पानी पीने वालो की धीरे-धीरे माग बढ़ती जा रही है । और मांग के अनुरूप मटको का व छोटे बड़े साइज क मटको का विक्रय बढ़ता जा रहा है। इन दुकानो पर 5 रुपये से लेकर 50 रुपयो तक के मटके है। वहीं इस बार टोंटी वाले मटके भी आये है इनकी भी अच्छी मांग है कहते है कि मटका बनाने वालो के यहां उन मटको की ज्यादा मांग जिसका निर्माण ठंड मे हुआ हो खरीददारो का इसके पीछे तर्क है कि जिन मटको का निर्माण ठंड के मौसम में होता है उन मटको में पानी ठंडा रहता है ।