Tuesday, May 20, 2008
घर के सामने वाले बोर में मोटर डालने के लिये दूसरे की निकाली
सीहोर 15 मई (नि.सं.)। पार्षदों की भली चलाई, जो करें सो कम, यदि नगर पालिका गड़बड़ कर रही है तो यह लोग नहीं बोल रहे हैं तो निश्चित ही इनकी भी कहीं न कहीं कमी है। इसलिये अक्सर पार्षदों पर ऊंगली उठती रहती है। कल एक पार्षद ने कस्बे में हाल ही में जो नलकूप खनन अपने घर के पास कराया है उसमें मोटर डालने के लिये नया ही काम कर डाला। उन्होने नये नलकूप में मोटर डालने के लिये एक मस्जिद के पास के नलकूप में डली मोटर को निकलवा लिया और उसे अपने घर के पास डलवा लिया। हालांकि इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं रहीं लेकिन उसका जबाव इनके पास पर्याप्त था। फिर पार्षद से कौन बोले। अब डर यह है कि कहीं ऐसा ना हो कि बोर में जो मोटर आदि डाल दी गई है उसका नया बिल बन जाये....? अल्लाह नेकी दे पानी के नाम पर ऐसा न हो तो अच्छा है।