आष्टा 19 मई (नि.प्र.)। कल रात्रि में गर्मी से परेशान घर में अकेली रह रही एक वृद्ध महिला जब घर की छत पर सौ रही थी तभी रात्रि में अज्ञात हत्यारे छत पर पहुंचे और उक्त सौ रही वृद्ध महिला की जघन्य हत्या कर उसके पैर, हाथ, कमर, गले, कान में पहने सोने चांदी के जेवर ले भागे हत्या का कारण अभी तक तो पुलिस इन जेवरो को ही मान रही है ।
सुबह जब मृतिका का पुत्र घर पर पहुंचा तो काफी आवाज लगाने, फाटक बजाने के बाद भी जब मां ने फाटक नही खोला और न ही कोई जवाब मिला तो पुत्र भैय्यालाल घर के पीछे से छत पर चढ़ा तो देखा छत पर मां का मृत शरीर और पैर कटा तथा मुंह दुचा हुआ पड़ा है । भैयालाल ने तत्काल मंडी संचालक बाबूलाल मालवीय को सूचना की बाबूलाल ने पुलिस को खबर की तब पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। एसडीओपी मनुव्यास एवं टीआई अतिक खान ने फुरसत को बताया कि पुराना दशहरा मैदान गोकूल धाम के पास मृतिका श्रीमति मथरीबाई पत्नि स्वर्गीय पूरन मालवीय उम्र लगभग 70 से 80 वर्ष अपनी बेटी और दामाद के साथ रहती है । बेटी-दामाद कुछ दिनों से गये हुये थे, इसलिए वो घर में अकेली थी कल रात्रि में मथरी बाई को पुत्र भैयालाल जो मां से अलग रहता था जब घर आया तो मां ने कहा तु जा तेरे जीयाजी आ जायंगे सुबह आ जाना भैयालाल चला गया। मथरीबाई घर बंद कर छत पर जाकर मच्छरदानी लगाकर सौ गई लेकिन सुबह उसकी लाश मिली ।
अज्ञात हत्यारें ने उसका उल्टा पैर काट दिया । मुंह कुचल दिया और पैरो के चांदी के कड़े, कान के टाफ, हाथ के कड़े, कमर का करदोना, गले की चैन गलसरी आदि ले गया । उक्त जघन्य हत्या जैसी आज हुई कई महिनो पहले जावर थाना क्षैत्र में आने वाले ग्राम खामखेड़ा में भी हुई थी वहां भी वृद्ध महिला के पैर काटा अज्ञात हत्यारे 1 लाख से ऊपर के जेवर ले गये थे उस हत्या का आज तक रहस्य बरकरार है। खामखेड़ा मामले में जावर पुलिस पर उस वक्त कई गंभीर आरोप भी गले थे । जैसी हत्या जिस कारणों से खामखेड़ा में वृद्ध महिला की हुई थी आज आष्टा में जो हत्या महिला की हुई वो काफी मिलती जुलती नजर आ रही है । कारण भी वैसा ही माना जा रहा है । टीआई. अतिक खान ने बताया कि इस सम्बंध में दामाद, पुत्र व आसपास वालो से तथा अन्यों से गहराई से पुछताछ की जा रही है । उक्त हत्या आष्टा पुलिस के लिए एक चुनौती है वही गर्मी में गर्मी से बचने के लिए घरों की छतों पर सोने वालो में आज हुई हत्या के बाद भय का वातावरण बन गया है । निश्चित अब घरों की छतों पर सोने में आम जन घबरायेगा ।