सीहोर 1 अप्रैल (नि.सं.)। शहर में पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतू विधायक रमेश सक्सेना की मांग पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान ने साठ लाख रुपये की राशि और मंजूर की है, जिस पर विधायक ने उनके प्रति आभार जताते हुए क्षैत्र की जनता की और से धन्यवाद दिया है। उल्लेखनीय है कि इसके पहले भी पेयजल व्यवस्था हेतू शासन ने विधायक श्री सक्सेना ने दस लाख रुपये की राशि मंजूर कराई है जिससे शहर में पेयजल व्यवस्था हेतू बोर और पेयजल परिवहन का कार्य जिला प्रशासन ने प्रारंभ कर दिया है ।
विधायक ने जानकारी देते हुये बताया कि शहर में पानी की किल्लत को देखते हुए विधायक निधि मे से भी बड़े बोर कराए जा रहे है , इसमें एक बड़ा बोर छावनी में और दो बड़े बोर कस्बा तिलक पार्क के पीछे और निजामत के पास कराए जा चुके है । जिनमें पर्याप्त पानी निकला है। इन सभी बोरो में मोटर द्वारा क्षैत्रवार पानी सप्लाई किया जायेगा । इसके अलावा शहर में अन्य स्थानों पर भी आवश्यकता-नुसार बड़े बोर कराए जा रहे है। विधायक श्री सक्सेना ने बताया कि शहर में अन्य स्थानों पर पेयजल व्यवस्था समस्या को देखते हुए उनके द्वारा मुख्यमंत्री श्री चौहान का ध्यान दिया गया था जिस पर उन्होंने एक सप्ताह पहले दस लाख रुपये की राशि मंजूर की थी और तत्काल प्रदान करा दी थी, अब मुख्यमंत्री ने अपने वादे के मुताबिक साठ लाख रुपये और मंजूर कर जिला प्रशासन को भिजवा दिए हैं। इस राशि के आ जाने के बाद अब शहर में पेयजल व्यवस्था पूरी तरह सुचारू हो जाने की उम्मीद है । विधायक श्री सक्सेना ने बताया कि पेयजल संकट से निजात दिलाने के लिए हम सब आम नागरिकों के आर्शीवाद से प्रयासरत हैं और इसमें हमें कामयाबी भी मिल रही है । उन्होंने कहा कि बारिश कम होने से इस बार पेयजल संकट ज्यादा है लेकिन फिर भी हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि शहर में पेयजल सुनिश्चित हो । पेयजल व्यवस्था का सारा जिम्मा इस बार जिला प्रशासन को दिया गया है । जिससे इस व्यवस्था में कोताही नही होगी । और प्रशासन द्वारा भेजी जा रही राशि का पूरा सदुपयोग हो सकेगा । विधायक श्री सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री से चर्चा हो गई है इसलिए अब चिन्ता की आवश्यकता नही है। पेयजल व्यवस्था के लिए जितनी भी राशि की जरूरत होगी, शासन से दिलवा दी जाएगी । श्री सक्सेना ने सभी नागरिकों की ओर से पेयजल व्यवस्था के लिए कुल 70 लाख की राशि मंजूर करने पर मुख्यमंत्री को हार्दिक धन्यवाद दिया है ।