सीहोर 29 मार्च (नि.सं.)। राज्य शासन के निर्देश पर शनिवार को भोपाल संभाग के कमिश्र पुखराज मारू पत्रकार, अधिवक्ता रामनारायण ताम्रकार के प्रताड़ना के मामले की जांच करने पहुंचे । दिन भर जांच का सिलसिला चला । उन्होंने रामनारायण ताम्रकार और उनके परिजनों के लेखी दस्तावेजों साक्ष्य लिए, वहीं जिला अभिभाषक संघ, जिला पत्रकार संघ तथा ताम्रकार समाज के प्रतिनिधि मंडल से भेंट कर घटना की जानकारी ली । उन्होंने अतिक्रमण हटाने के नाम पर की गई बर्बादी के स्थल का भी निरीक्षण किया ।
जिला अभिभाषक संघ की संघर्ष के प्रवक्ता केयू कुरैशी के अनुसार अधिवक्ता, पत्रकार रामनारायण ताम्रकार को जिला प्रशासन द्वारा दी गई प्रताड़ना की जांच के आदेश मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दिए थे। जांच का दायित्व भोपाल संभाग आयुक्त पुखराज मारू को सौंपा गया था । श्री मारू ने 27 मार्च को भोपाल के पत्रकार संगठनों के कथन लिए थे । शनिवार को वह सीहोर सर्किट हाउस पहुंचे। सबसे पहले जिला अभिभाषक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने उनसे भेंट की । वरिष्ठ अधिवक्ता भाजपा नेता सुदर्शन महाजन, केएस भार्गव, महेंद्र सिंह सिसोदिया, केयू कुरैशी, एन.पी.उपाध्याय, महेश दयाल चौरसिया, रविंद्र भारद्वाज, जिला अभिभाषक संघ के सचिव अरूण टिंगोरिया के अलावा संघर्ष समिति अघ्यक्ष मेहरबान सिंह बलभद्र ने प्रभावी रूप से पक्ष रखते हुए घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए प्रदेश के इतिहास में घिनोनी, पद के दुरूपयोग की घटना बताया । इस प्रतिनिधि मंडल में 100 से भी अधिक अधिवक्ता शामिल थे । श्री मारू ने विश्वास दिलाया कि वह अपने प्रतिवेदन में उनकी भावनाओं को समावेश करेंगे ।
संभाग में पुनर्रावृत्ति नहीं होगी
पत्रकारों के प्रतिनिधि मंडल को कमिशनर ने श्री मारू ने विश्वास दिलाया कि उनके क्षैत्राधिकार भोपाल संभाग में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नही होगी यह विश्वास दिलाता हूं । पत्रकारों ने श्री ताम्रकार के साथ हुई इस घटना की भर्त्सना कर दोषियों पर अपराधिक मामला दर्ज करने और तत्काल प्रभाव में हटाकर जांच करने की मांग की । इस प्रतिनिधि मंडल में जिला पत्रकार संघ अध्यक्ष विमल जैन, वरिष्ठ पत्रकार पुरूषोत्तम कुईया, बसंत दासवानी, ओमप्रकाश मोदी, आनंद गांधी, श्याम सोनकर, सुरेश साबू तथा पंकज पुरोहित शामिल थे ।
ताम्रकार समाज का प्रतिनिधि मंडल भी कमिश्र से मिला । पूर्व अध्यक्ष राजकुमार ताम्रकार ने कहा कि प्रशासन का अतिक्रमण अभियान बहाना था वह श्री ताम्रकार को नुकसान पहुंचाना चाहते थे । कानून को हाथ में लेकर उसका दुरूपयोग करने वालों पर कार्रवाही होनी चाहिये । ताम्रकार समाज के जिलाध्यक्ष शंकरलाल ताम्रकार, महेश ताम्रकार, गोविंद ताम्रकार एवं अन्य ने भी अपना विरोध प्रगट किया । ताम्रकार मंडल की सदस्यों ने भी कमिश्र से भेंट कर उत्तरदायी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की ।
कमिश्नर श्री मारू ने प्रभावित पक्ष रामनारायण ताम्रकार, सुमन ताम्रकार, अशोक ताम्रकार के कथन लिए । घटना के समय के फोटा का भी अवलोकन किया। दस्तावेजी साक्ष्य भी देखे । कमिश्र श्री मारू ने भोपाल से आते समय घटना स्थल का निरीक्षण किया तथा लौटते समय भी वह घटना स्थल पर रूके और निरीक्षण की वास्वतिकता देखी । दोपहर 12 बजे से प्रांरभ हुई जांच शाम छह बजे तक चली ।
भोपाल अधिवक्ता संघ का प्रतिनिधि मंडल आया
अधिवक्ता संघर्ष समिति के प्रवक्ता केयू कूरेशी ने बताया कि अधिवक्ता रामनारायण ताम्रकार के साथ हुई मारपीट और उनके संस्थान की तोड़फोड़ को जिला अभिभाषक संघ भोपाल ने गंभीरता से लिया है । भोपाल अभिभाषक संघ अध्यक्ष राजेश व्यास के नेतृत्व में वकीलों का एक प्रतिनिधि मंडल आज सीहोर पहुंचा । प्रतिनिधि मंडल ने घटना स्थल का निरीक्षण कर क्षोभ जताते हुए कहा कि यह मामला पहली नजर में बदले, दुर्भावना पूर्वक, प्रताड़ना देने का बताया । उन्होंने कहा कि इस संबंध में भोपाल बार की बैठक बुलाकर सीहोर के आंदोलन को समर्थन देंगे और भोपाल भी इसमें शामिल होगा । इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता एकके महाजन, हरिदयाल सक्सेना तथा अन्य अधिवक्ता साथ थे ।
जिला अभिभाषक संघ की संघर्ष के प्रवक्ता केयू कुरैशी के अनुसार अधिवक्ता, पत्रकार रामनारायण ताम्रकार को जिला प्रशासन द्वारा दी गई प्रताड़ना की जांच के आदेश मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दिए थे। जांच का दायित्व भोपाल संभाग आयुक्त पुखराज मारू को सौंपा गया था । श्री मारू ने 27 मार्च को भोपाल के पत्रकार संगठनों के कथन लिए थे । शनिवार को वह सीहोर सर्किट हाउस पहुंचे। सबसे पहले जिला अभिभाषक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने उनसे भेंट की । वरिष्ठ अधिवक्ता भाजपा नेता सुदर्शन महाजन, केएस भार्गव, महेंद्र सिंह सिसोदिया, केयू कुरैशी, एन.पी.उपाध्याय, महेश दयाल चौरसिया, रविंद्र भारद्वाज, जिला अभिभाषक संघ के सचिव अरूण टिंगोरिया के अलावा संघर्ष समिति अघ्यक्ष मेहरबान सिंह बलभद्र ने प्रभावी रूप से पक्ष रखते हुए घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए प्रदेश के इतिहास में घिनोनी, पद के दुरूपयोग की घटना बताया । इस प्रतिनिधि मंडल में 100 से भी अधिक अधिवक्ता शामिल थे । श्री मारू ने विश्वास दिलाया कि वह अपने प्रतिवेदन में उनकी भावनाओं को समावेश करेंगे ।
संभाग में पुनर्रावृत्ति नहीं होगी
पत्रकारों के प्रतिनिधि मंडल को कमिशनर ने श्री मारू ने विश्वास दिलाया कि उनके क्षैत्राधिकार भोपाल संभाग में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नही होगी यह विश्वास दिलाता हूं । पत्रकारों ने श्री ताम्रकार के साथ हुई इस घटना की भर्त्सना कर दोषियों पर अपराधिक मामला दर्ज करने और तत्काल प्रभाव में हटाकर जांच करने की मांग की । इस प्रतिनिधि मंडल में जिला पत्रकार संघ अध्यक्ष विमल जैन, वरिष्ठ पत्रकार पुरूषोत्तम कुईया, बसंत दासवानी, ओमप्रकाश मोदी, आनंद गांधी, श्याम सोनकर, सुरेश साबू तथा पंकज पुरोहित शामिल थे ।
ताम्रकार समाज का प्रतिनिधि मंडल भी कमिश्र से मिला । पूर्व अध्यक्ष राजकुमार ताम्रकार ने कहा कि प्रशासन का अतिक्रमण अभियान बहाना था वह श्री ताम्रकार को नुकसान पहुंचाना चाहते थे । कानून को हाथ में लेकर उसका दुरूपयोग करने वालों पर कार्रवाही होनी चाहिये । ताम्रकार समाज के जिलाध्यक्ष शंकरलाल ताम्रकार, महेश ताम्रकार, गोविंद ताम्रकार एवं अन्य ने भी अपना विरोध प्रगट किया । ताम्रकार मंडल की सदस्यों ने भी कमिश्र से भेंट कर उत्तरदायी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की ।
कमिश्नर श्री मारू ने प्रभावित पक्ष रामनारायण ताम्रकार, सुमन ताम्रकार, अशोक ताम्रकार के कथन लिए । घटना के समय के फोटा का भी अवलोकन किया। दस्तावेजी साक्ष्य भी देखे । कमिश्र श्री मारू ने भोपाल से आते समय घटना स्थल का निरीक्षण किया तथा लौटते समय भी वह घटना स्थल पर रूके और निरीक्षण की वास्वतिकता देखी । दोपहर 12 बजे से प्रांरभ हुई जांच शाम छह बजे तक चली ।
भोपाल अधिवक्ता संघ का प्रतिनिधि मंडल आया
अधिवक्ता संघर्ष समिति के प्रवक्ता केयू कूरेशी ने बताया कि अधिवक्ता रामनारायण ताम्रकार के साथ हुई मारपीट और उनके संस्थान की तोड़फोड़ को जिला अभिभाषक संघ भोपाल ने गंभीरता से लिया है । भोपाल अभिभाषक संघ अध्यक्ष राजेश व्यास के नेतृत्व में वकीलों का एक प्रतिनिधि मंडल आज सीहोर पहुंचा । प्रतिनिधि मंडल ने घटना स्थल का निरीक्षण कर क्षोभ जताते हुए कहा कि यह मामला पहली नजर में बदले, दुर्भावना पूर्वक, प्रताड़ना देने का बताया । उन्होंने कहा कि इस संबंध में भोपाल बार की बैठक बुलाकर सीहोर के आंदोलन को समर्थन देंगे और भोपाल भी इसमें शामिल होगा । इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता एकके महाजन, हरिदयाल सक्सेना तथा अन्य अधिवक्ता साथ थे ।